Rescue Operation in Agra: आगरा में बोरवैल से शिवा को बाहर निकलाने को सेना और एनडीआरएफ के दो रेस्क्यू आपरेशन
Rescue Operation in Agra सेना जेसीबी से खोदाई कराके निकालने को कर रही प्रयास। एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे को निकालने के लिए बोरबेल में जाल फंसाया। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। इसलिए जल्द ही आपरेशन सफल होने की उम्मीद है।
आगरा, जागरण संवाददाता। बोरबेल में फंसे मासूम को निकालने के लिए सेना और एनडीआरएफ अपनी पूरी कुशलता से काम कर रही हैं।दो समानांतर आपरेशन से जान बचाने की मुहिम चल रही है। एक ओर जेसीबी से खोदाई चल रही है तो दूसरी ओर एनडीआरएफ ने बोरबेल में जाल फंसा दिया है। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। इसलिए जल्द ही आपरेशन सफल होने की उम्मीद है।
निबोहरा क्षेत्र के गांव धरियाई में तीन वर्षीय शिवा सोमवार सुबह 7.30 बजे बोरबेल में गिरा था। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के बाद सेना भी पहुंच गई। 12 बजे बाद सेना ने अपना आपरेशन शुरू कर दिया। करीब दो सौ मीटर दूर से तीन जेसीबी खोदाई करने में लगी हैं। सेना ने नाइट विजन सीसीटीवी कैमरा फंसाकर बच्चे की एक्टिविटी मानीटर में देखी। उसको पानी और ग्लूकोस भी पिलाया।
इस आपरेशन में काफी समय लगेगा। इसके बाद गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम गांव में पहुंच गई। एनडीआरएफ की टीम ने अलग आपरेशन शुरू किया। एक विशेष तरह के जाल को एनडीआरएफ के जवानों ने बोरबेल में फंसाया। इसमें फंसकर बच्चे के ऊपर आने की उम्मीद है।बच्चा अभी स्वस्थ है। बच्चे के पिता छोटेलाल ने माइक से उससे बात की। वह भी प्रतिक्रिया दे रहा है। बच्चे को पानी और बिस्कुट भी खाने के लिए एक पतले धागे से भेजे गए हैं। रेस्क्यू में लगे जवानों का कहना है कि बच्चा अभी पूरी तरह स्वस्थ है। एहतियान बोरबेल में आक्सीजन भी दी जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही उसे सकुशल बाहर निकाल लेंगे।
ये रहा घटनाक्रम
7.30 बजे शिवा बोरवेल मे गिरा
8.30 एसओ निबोहरा और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे
8.35 बजे बोरबेल मे रस्सी मे बांधकर टार्च डाली गई
8.40 बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई।
8.45 बजे बोरबेल के अंदर से रोने की आवाज सुनाई दी।
9.30 बजे बोरबेल में आक्सीजन का पाइप डाला गया।
10.45 बजे पर रस्सी में बांधकर छोटा वीडियो कैमरा चालू कर बोरवेल मे डाला गया जिसमें बच्चा मिट्टी को हटाते हुए दिखाई दिया।
11.30 बजे 50 इंडिपेंडेंट पैरा बिग्रेड मिलिट्री टीम पहुंची।
12.22 बजे खोदाई का कार्य शुरू हो गया।
1.20 पर बोरबेल में पाइप के द्वारा बच्चे को पानी दिया गया।
बच्चे से स्वजन को उसका मूवमेंट दिखाकर बात कराई गई।
1.50- एनडीआरएफ की टीम गाजियाबाद से पहुंच गई।
3.00 बजे- एनडीआरएफ की टीम ने बोरबेल में जाल डाला।