Gram Panchayat Chunav: अपराधिक इतिहास वालों पर भी शस्त्र लाइसेंस, पंचायत चुनाव को देख हो रही कार्रवाई
Gram Panchayat Chunav पंचायत चुनाव में हिंसा की आशंका भांप एटा के 117 हिस्ट्रीशीटर चढ़े निशाने पर। 117 शस्त्रधारक हिस्ट्रीशीटरों के लाइसेंस निलंबित। निरस्तीकरण कार्रवाई को जारी किए गए नोटिस। जिले में कुल मिलाकर 32903 शस्त्र लाइसेंस हैं।
आगरा, राजीव वर्मा। एटा जिले में 117 लोग ऐसे पाए गए हैं, जिनका अपराधिक इतिहास दर्ज होते हुए भी शस्त्र लाइसेंस चल रहे हैं। पंचायत चुनाव के मद्देनजर की जा रही जांच में यह मामला पकड़ में आया है। सभी के शस्त्र जमा करा लिए गए हैं और लाइसेंस निलंबित कर निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जिले में कुल मिलाकर 32903 शस्त्र लाइसेंस हैं। पंचायत चुनाव में शस्त्रों की नुमाइश ही नहीं, ङ्क्षहसा के लिए इनका प्रयोग करने से भी लोग नहीं झिझकते। इस संवेदनशीलता के मद्देनजर लाइसेंसधारी लोगों की जांच पुलिस महकमे ने की। इसमें पाया गया कि 117 लोग ऐसे हैं, जिनके नाम कई-कई मुकदमे दर्ज हैं और पुलिस रिकार्ड में उन्हें हिस्ट्रीशीटर माना गया है। जिसके तुरंत बाद संबंधित थानों से रिपोर्ट बनवाकर सभी फाइलें डीएम के पास भेज दी गईं। शस्त्र भी जमा करा लिए गए। डीएम डा. विभा चहल ने इन सभी लाइसेंसों को निलंबित कर निरस्तीकरण कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किए हैं।
कैसे-कैसे हिस्ट्रीशीटर लाइसेंसधारक
- भीष्मपाल निवासी पिपहरा थाना जैथरा: बल्वा, हत्या का प्रयास, गैंगेस्टर एक्ट आदि।
- आकाश निवासी संजय नगर थाना कोतवाली नगर: हत्या का प्रयास, गैंगेस्टर सहित पांच मुकदमे।
- इकबाल खां निवासी कस्बा व थाना मारहरा: गोवध अधिनयम, डकैती आदि।
- शमसाद निवासी कस्बा व थाना जसरथपुर: पशु क्रूरता अधिनियम, बल्वा आदि।
- सत्यवीर निवासी नगला गोबल थाना जैथरा: हत्या का प्रयास, मारपीट आदि।
33 लोगों ने लगाई शस्त्र जमा न कराने की गुहार
पंचायत चुनावों में हिंसा के मद्देनजर सभी लाइसेंसधारकों से शस्त्र जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके लिए प्रशासन और पुलिस की ओर से कड़ा दबाव बनाया जा रहा है। इस बीच 33 लाइसेंस धारकों ने डीएम से गुहार लगाई है कि उनके शस्त्र न जमा कराए जाएं। इसके पीछे उन्होंने अपराधिक मुकदमेबाजी, राजनीतिक प्रतिद्वंदता आदि के कारण असुरक्षा को वजह बताया है।
पंचायत चुनाव के दृष्टिगत सभी हिस्ट्रीशीटरों और शस्त्र लाइसेंस धारकों की जांच कराई जा रही है। इसमें यह तथ्य सामने आया। जिसके बाद सभी के लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए डीएम को संस्तुति भेजी गई। यह भी देखा जा रहा है कि किसी पुराने हिस्ट्रीशीटर का लाइसेंस तो नहीं चल रहा था।
- सुनील कुमार सिंह, एसएसपी