Driving License: आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस प्रमाण पत्र जांच में आवेदकों को बिना वजह किया जाता है परेशान
Driving License आगरा में जागरण ने किया आरटीओ कार्यालय का लाइव तो खुली विभाग की पोल। कागजों के नाम पर बेकार परेशान करे जाते हैं ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदक। घंटों लगाने पड़ते हैं अलग अलग टेबिल के चक्कर।
आगरा, जागरण संवाददाता। आरटीओ कार्यालय में सुबह 10.15 बजे अधिकतर काउंटर पर कर्मचारी पहुंच गए थे, लेकिन नौ नंबर काउंटर बंद था। इसके बाहर प्रमाण पत्रों की जांच के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों की कतार थी। कुछ देर में काउंटर खुला तो आवेदकों ने राहत की सांस ली, लेकिन एक के बाद एक लोगों को बैरंग करना शुरू कर दिया गया। 10 में से चार को सिर्फ इसलिए लौटा दिया गया, कि प्रमाण पत्रों की छायाप्रति के एक कौने में पेन चल गया था या कुछ लिखा था। ये हिस्सा उनउपयोगी था और इससे प्रमाण पत्र की छायाप्रति भी खराब नहीं हो रही थी। पुन: कापी निकलवाने में 100 से 150 रुपये का खर्च हो जाता है। इसकी शिकायत लेकर एक आवेदक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन, प्रवर्तन के कक्ष में पहुंचा तो वे भी खाली पड़े थे। जानकारी की तो पता चला कि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर धीरज साहू एक्सप्रेस-वे से दिल्ली से लखनऊ जा रहे हैं, उनके सम्मान में अमला टोल प्लाजा पर पहुंचा हुआ है।
सफाई में जुटी हुई थी टीम
एक्सप्रेस-वे से लखनऊ जा रहे ट्रांसपोर्ट कमिश्नर कार्यालय निरीक्षण के लिए नहीं आ जाएं, इसलिए कार्यालय अन्य दिनों से दुरुस्त था। सफाई कर्मियों द्वारा दीवार को भी गीले कपड़े से साफ कर चमकाया जा रहा था।
अस्थाई लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन किया था। आधार कार्ड के अनुसार पूरी जानकारी फीड थी, लेकिन ग्राम और पोस्ट में आनलाइन पोइया ही ले रहा था। आधार कार्ड में पोइया दर्ज है, लेकिन फिर भी वापस कर दिया गया।
मनीष कुमार, आबिदगढ़
आधार कार्ड की छायाप्रति ए-4 साइज पेज पर लगी थी। नीचे की ओर खाली स्थान में फोटो स्टेट वाले ने पेन चला रखा था। उस हिस्से का कोई उपयोग भी नहीं था। इसे बाद भी दूसरी कापी पर आवेदन करने के लिए लौटा दिया।
सुरेंद्र शर्मा, लायर्स कालोनी
आवेदक की ओर से इस तरह की शिकायत नहीं आई है। अगर बिना किसी कारण आवेदकों को परेशान किया जाएगा तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद कुमार, आरटीओ प्रशासन