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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को जल्‍द मिलेगा नया अध्‍यक्ष, महामंत्री हरि गिरि ने दिए संकेत

अखाड़ा परिषद के महामंत्री ने अध्यक्ष रहे नरेंद्र गिरि की मौत को बताया गहरी साजिश। नरेंद्र गिरि के निधन के बाद से चल रहा पद रिक्‍त। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद 25 अक्टूबर को प्रयागराज में अपना नया अध्यक्ष चुनेगी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 05:33 PM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 05:33 PM (IST)
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद को जल्‍द मिलेगा नया अध्‍यक्ष, महामंत्री हरि गिरि ने दिए संकेत
वृंदावन में मीडिया से बातचीत करते अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि।

आगरा, जेएनएन। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद 25 अक्टूबर को प्रयागराज में अपना नया अध्यक्ष चुनेगी। इसके लिए 13 अखाड़ों समेत कुल 26 पदाधिकारी इस प्रक्रिया में भाग लेंगे। पहला प्रयास सर्वसम्मति से चुनाव का होगा, जरूरत पड़ी तो मत भी डाले जाएंगे। अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी के निधन के बाद से ये पद रिक्त है।

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आनंद वाटिका स्थित सनातन संस्कार धाम में शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने बताया कि प्रयागराज के निरंजनी अखाड़ा में अखाड़ों और अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों द्वारा नए अध्यक्ष का चुनाव 25 अक्टूबर को किया जाएगा। कहा, उनका प्रयास सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने पर रहेगा। लेकिन आम सहमति न बनने पर मतदान की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। वर्ष 2024 में प्रयागराज में कुंभ है, इसके लिए 2022 से ही तैयारियां शुरू हो जाएंगी। अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुने जाने के बाद कुंभ की तैयारियों को तेजी मिलेगी। कहा, प्रयागराज में अभी 40 हजार करोड़ रुपये के निर्माण कार्य होने हैं, कई पुल बनने हैं, रिंगरोड बनेगा, संगम पर व्यवस्थाएं होंगी। इसकी तैयारियां अभी शुरू होनी हैं।

निवर्तमान अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत के सच के सवाल पर बोले, हम भरोसा ही नहीं कर सकते कि नरेंद्र गिरि आत्महत्या कर सकते हैं। उनकी मौत के पीछे बड़ी साजिश है। साजिशकर्ता अभी भी पर्दे के पीछे है। सीबीआइ जांच शुरू हो चुकी है, जांच पर देश के गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी नजर बनाए हैं। हत्यारोपितों के सवाल पर कहा, कई बार कर्म कोई और करता है और भोगता कोई और है, येे सब जांच का विषय है। सुसाइड नोट की जांच हो और स्पष्ट हो, उनके हस्ताक्षर हैं या नहीं। हमारा प्रयास हत्यारे को फांसी के फंदे तक पहुंचाना है।

हरि गिरि ने वृंदावन में बंदरों की समस्या पर कहा, इसके लिए समाज को गाय की तर्ज पर बंदरों के लिए भी अन्नदान की प्रक्रिया अपनानी होगी। आश्रमों में होने वाले भंडारों में भी बंदरों के भोजन की व्यवस्था हो और सरकार भी इसके लिए प्रयत्न करे। यमुना शुद्धिकरण के लिए यमुना के दोनों ओर सघन वन और मेवात को ब्रज विकास तीर्थ स्थल का नाम देने की मांग भी अखाड़ा परिषद के महामंत्री ने की।


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