दिल्ली की धुंध से और धुंधली हुई ताजनगरी की आबोहवा, ये रहा प्रदूषण का ताजा हाल Agra News
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार 299 रहा एक्यूआइ। सात गुना पीएम2.5 25 गुना कार्बन मोनोऑक्साइड।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में शुक्रवार को आबोहवा खराब स्थिति में रही। दिनभर धुंध छाई रही और आंखों में जलन की समस्या आम रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 299 दर्ज किया गया, जो कि गुरुवार के 317 से थोड़ा कम था। यहां अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा मानक से सात गुना और कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) की मात्रा 25 गुना रही।
ताजनगरी में गुरुवार को सीजन में सबसे अधिक वायु प्रदूषण दर्ज किया गया था। एक्यूआइ बहुत खराब स्थिति में 317 दर्ज किया गया था। यह दीपावली पर हुई आतिशबाजी के बाद बढ़े हुए प्रदूषण से भी कहीं अधिक था। शुक्रवार सुबह धूप जरूर निकली, लेकिन धुंध छाई रही। दोपहर 12:41 बजे एक्यूआइ 300 और दोपहर 1:39 बजे 303 दर्ज किया गया। हालांकि, इसके बाद इसमें मामूली गिरावट आई और शाम 4:38 बजे यह 299 दर्ज किया गया। आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ा हुआ होने की वजह अति सूक्ष्म कण रहे। शुक्रवार को इनका अधिकतम स्तर 420 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया। जबकि यह सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। यह मानक का सात गुना रहा। वहीं, कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसकी अधिकतम मात्रा 102 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंची। यह मानक के 25 गुना से भी अधिक है।
सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि तापमान में गिरावट आई है। हवा के बहाव की गति कम हुई है। इससे प्रदूषक तत्व यहां स्थिर होने से वायु प्रदूषण की मात्रा बढ़ी है। आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि हो सकती है।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 61, 102, 72
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 40, 95, 75
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 11, 47, 18
ओजोन, 6, 40, 18
पीएम2.5, 201, 420, 299
सब जगह नहीं हो रहा है छिड़काव
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा हाईवे पर छिड़काव तो कराया जा रहा है, लेकिन वो पर्याप्त नहीं है। सर्विस रोड पर पानी नहीं छिड़का जा रहा है। नगर निगम शहर के प्रमुख मार्गों पर छिड़काव कर रहा है, लेकिन संपर्क मार्गों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।