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Agra Air Pollution: प्रदूषण के मामले देश में टॉप पर पहुंचा आगरा, सांस लेना हुआ दूभर

Agra Air Pollution केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार वायु गुणवत्ता लगातार 32वें दिन खराब स्थिति में दर्ज की गई। एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स दर्ज हुआ 458 पर एक दिन पहले था 417 पर। रविवार को सीजन की सबसे खराब हवा सांस लेना हुआ दूभर।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 11:41 AM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 11:41 AM (IST)
Agra Air Pollution: प्रदूषण के मामले देश में टॉप पर पहुंचा आगरा, सांस लेना हुआ दूभर
धूल, धुआं और धुंध, आगरा में स्‍कूल जातीं छात्राओं को प्रदूषण के चलते मुंह ढंकना पड़ रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा रविवार को देश में सबसे प्रदूषित रहा। सीजन की सबसे खराब हवा होने से सांस लेना दूभर हो गया और आंखों में जलन की समस्या आम रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 458 पर पहुंच गया, जो कि शनिवार के एक्यूआइ 417 से अधिक रहा। पिछले पांच वर्षों में इस बार आठ नवंबर को सर्वाधिक प्रदूषण रहा। वायु गुणवत्ता के लगातार दूसरे दिन खराब स्थिति में रहने से स्वस्थ व्यक्तियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

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सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन शाम चार बजे संजय प्लेस स्थित आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशन पर पिछले 24 घंटों में एकत्र आंकड़ों के आधार पर आगरा में वायु गुणवत्ता की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। सीपीसीबी द्वारा तय मानकों के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम, 201-300 तक खराब, 301-400 तक बहुत खराब और 401-500 तक खतरनाक हो जाती है। रविवार को हवा में घुली कार्बन मोनोआक्साइड की अधिकतम मात्रा मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 47 गुना से अधिक रही। अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के आठ गुना से अधिक और न्यूनतम मात्रा मानक के पांच गुना से अधिक रही। आगरा शनिवार को देश के प्रदूषित शहरों में 14वें और प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा था। यहां वायु गुण्वत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंचने के लिए जिम्मेदार कारणों में निर्माण कार्यों में धूल उड़ने से रोकने को उचित उपाय नहीं होना, सड़कों की उचित सफाई नहीं होना, कूड़ा जलना और ट्रैफिक डायवर्जन के चलते जाम लगना हैं।

सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में हवा के बहाव की गति कम होने से प्रदूषक तत्व स्थिर हो गए हैं। नमी और प्रदूषक तत्वों के चलते धुंध छा रही है। हवा चलने या बारिश होने पर स्थिति में सुधार होगा।

484 तक पहुंचा एक्यूआइ

रविवार को आगरा में एक्यूआइ सुबह 10 बजे 484 तक पहुंच गया था। इसके बाद दोपहर में इसमें कुछ सुधार हुआ।

पिछले कुछ दिनों में एक्यूआइ की स्थिति

तिथि, एक्यूआइ, स्थिति

1 नवंबर, 339, बहुत खराब

2 नवंबर, 271, खराब

3 नवंबर, 264, खराब

4 नवंबर, 276, खराब

5 नवंबर, 373, बहुत खराब

6 नवंबर, 399, बहुत खराब

7 नवंबर, 417, खतरनाक

8 नवंबर, 458, खतरनाक

प्रदूषक तत्वों की स्थिति

रविवार

प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत

कार्बन मोनोआक्साइड, 18, 189, 57

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 32, 240, 120

ओजोन, 2, 191, 107

अति सूक्ष्म कण, 327, 500, 458

शनिवार

प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत

कार्बन मोनोआक्साइड, 1, 151, 46

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 48, 179, 106

ओजोन, 3, 216, 183

अति सूक्ष्म कण, 318, 454, 417

पिछले कुछ वर्षाें में आठ नवंबर को एक्यूआइ

2016, 428

2017, 439

2018, 375

2019 138


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