चक्का जाम रहा विफल, सड़कों पर दौड़ते रहे ट्रक
आगरा: दो महीने से चक्का जाम की तैयारियां कर रहे ट्रांसपोर्टर्स के मंसूबो पर पानी फिर गया है। चक्का जाम हड़ताल पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। सड़कों पर सिर्फ बीस फीसद ट्रकों की कमी ही दर्ज की गई।
जागरण संवाददाता, आगरा: दो महीने से चक्का जाम की तैयारियां कर रहे ट्रांसपोर्टर्स के मंसूबो पर पानी फिर गया है। शुक्रवार सुबह छह बजे से हड़ताल तो शुरू हो गई, लेकिन सड़कों पर ट्रकों की संख्या में कोई कमी नहीं आई। परिवहन संघर्ष समिति पूरे दिन सिर्फ आकड़े ही लगाती रही, लेकिन ट्रकों पर लगाम नहीं लगा पाई। इसके बाद शनिवार से सख्ती कर रोकने की रणनीति तैयार की गई है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के आह्वान पर ट्रांसपोर्टर्स की देशव्यापी हड़ताल 20 जुलाई सुबह छह बजे से प्रस्तावित थी। इसके लिए स्थानीय स्तर से लेकर नेतृत्व तक ने पूरी ताकत झोंक रखी थी। इसके बाद भी ट्रकों का संचालन रोकने में सफलता नहीं मिली। सड़कों पर ट्रकों की संख्या में सिर्फ बीस फीसद की कमी नजर आई। हड़ताल पूरी तरह विफल देख ट्रांसपोर्टर्स अब जबरन रोकने का मन बना रहे हैं। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई बाधित करने की भी तैयारी है।
----
ट्रक चालकों को दी जा रही है चेतावनी
संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली, हरियाणा के ट्रक अभी नहीं रुक रहे हैं। इसके लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों को बताया गया है। फिलहाल चेतावनी देकर चालकों को जाने दिया जा रहा है। कई क्षेत्रों में शुक्रवार को आलू लेकर ट्रक नहीं निकले हैं।
----
बिगड़ सकता है माहौल
80 फीसद ट्रक सड़कों पर दौड़ लगा रहे हैं। ऐसे में शनिवार को इन ट्रकों को सख्ती से रोकने पर माहौल बिगड़ सकता है।
-----
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के दौड़ रहे ट्रक
नौ से अधिक संस्थाओं ने मिलकर परिवहन संघर्ष समिति तैयार की गई थी। हड़ताल के दौरान इनमें से ही कई पदाधिकारियों के ट्रक सड़कों पर दौड़ रहे थे। एक पदाधिकारी के तो आधे ट्रक आगरा से बाहर सामान देने गए हुए हैं।