अधूरा विकास, छुपाया जा रहा हिसाब
आगरा: जिले में 695 ग्राम पंचायतों में से 165 के विकास कार्यो की ही हुई फीडिंग हुई है। जबकि प्रिया साफ्टवेयर पर इन सभी ग्राम पंचायतों में हुए कार्यो की फीडिंग अब तक हो जानी चाहिए थी।
आगरा: विकास कार्यों का हिसाब देने में पंचायत स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। काम अधूरे पड़े और जहां हो गए हैं उनकी भी प्रिया सॉफ्टवेयर पर फीडिंग नहीं की गई है। कुल 695 ग्राम पंचायतों में से मात्र 165 की ही फीडिंग हुई है। इस प्रकार 530 पंचायतों की फीडिंग होना बाकी है।
जिले में कुल 695 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें वर्ष 2017-18 में विभिन्न विकास कार्य पंचायत स्तर पर आवंटित हुए। सभी विकास खंडों को सभी पंचायतों में हुए कार्यो की फीडिंग करानी थी। ऐसा हुआ नहीं है। अछनेरा ब्लॉक की 52 ग्राम पंचायतों में से सिर्फ एक की ही फीडिंग हुई है। इसी प्रकार बरौली अहीर में 59 में से 13, बाह में 50 में से 12, अकोला में 38 में से पांच, एत्मादपुर में से 47 में से 13, फतेहाबाद में 70 में से 11, फतेहपुर सीकरी में 56 में से 14, जगनेर में 32 में से 11, पिनाहट में 36 में से छह, शमशाबाद में 59 में से 11, खेरागढ़ में 36 में से 11, सैंया में 44 में से 16, खंदौली में 41 में से सात, जैतपुर कलां में 45 में से छह पंचायतों की ही फीडिंग हुई है।
एडीओ पर की जा रही है कार्रवाई
मंडलीय उप निदेशक पंचायत परवेज आलम खां ने बताया कि 14वें वित्त आयोग के तहत दी गई धनराशि से किए गए कार्यो के व्यय वाउचरों की फीडिंग प्रिया सॉफ्ट पर नहीं हुई है। इसके लिए पांच सहायक विकास अधिकारी पंचायत के को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इसमें पिनाहट, अछनेरा, अकोला, जैतपुर कलां, खंदौली सम्मलित है।