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राजस्व, नगर निगम और जल संस्थान की सबसे ज्यादा शिकायतें

तहसील सदर में संपन्न हुआ संपूर्ण समाधान दिवस कुल 95 शिकायतें हुई दर्ज देरी से पहुंचे अधिकारियों को चेतावनी

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Nov 2021 08:59 PM (IST)Updated: Mon, 08 Nov 2021 08:59 PM (IST)
राजस्व, नगर निगम और जल संस्थान की सबसे ज्यादा शिकायतें
राजस्व, नगर निगम और जल संस्थान की सबसे ज्यादा शिकायतें

आगरा, जागरण संवाददाता। सोमवार को तहसील सदर में संपूर्ण समाधान दिवस में का आयोजन किया गया। इसमें 95 समस्याएं आयीं, जिनमें से पांच का मौके पर ही निस्तारण कराया गया। सबसे ज्यादा शिकायतें राजस्व, नगर निगम और जल संस्थान से जुडीं थीं।

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संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता नोडल अधिकारी एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह ने की। साथ में एसडीएम सदर लक्ष्मी एन और तहसीलदार रजनीश वाजपेयी ने समस्याओं को सुना। इसमें 30 शिकायतें राजस्व से जुड़ीं थी। 25 शिकायतें नगर निगम और जल संस्थान से जुड़ीं थीं। शेष शिकायतें अन्य विभागों से जुड़ीं थी, जिनकी जांच के आदेश देकर जल्द निस्तारण के निर्देश दिए गए।

देरी से पहुंचे अधिकारी, चेतावनी पत्र जारी

संपूर्ण समाधान दिवस में सभी विभागों के अधिकारियों का आना अनिवार्य है, ताकि विभिन्न विभागों से जुड़ीं समस्याओं को मौके पर ही त्वरित निस्तारण कराया जा सके, लेकिन तमाम अधिकारी इसके शुरू होने के बाद पहुंचे। इस पर नोडल अधिकारी ने देरी से पहुंचे व गैर हाजिर रहे अधिकारियों को चेतावनी पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा।

टूटा कोविड प्रोटोकाल

संपूर्ण समाधान दिवस में कोविड-19 प्रोटोकाल टूटता नजर आया। तमाम फरियादी और विभागों के अधिकारी व कर्मचारी बिना मास्क लगाए इसमें शामिल होने पहुंचें। जो मास्क लगाकर आए थे, उनमें से कई ने थोड़ी देर बाद मास्क उतारकर जेब में रख लिया। वहीं शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया गया।

मोबाइल में मस्त रहे अधिकारी

संपूर्ण समाधान दिवस में जिन विभागों की समस्याएं अधिक थीं, उनके अधिकारी तो पूरी गंभीरता से शिकायतें सुन रहे थे। लेकिन जिन विभागों की शिकायतें कम थी, उनके अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने मोबाइल में मस्त नजर आए। हालांकि एक दो लोगों को टोका भी गया, लेकिन अन्य चोरी छुपे फेसबुक और वाट्स एप पर व्यस्त दिखे। टाक:

खेत में लगे नलकूप के पास बिना अनुमति पड़ोसी ने फर्जी स्लिप बनाकर पुलिस से मिलीभगत से नलकूप लगा लिया। चार बार सीएम पोर्टल पर शिकायत की पर सुनवाई नहीं हुई।

धनीराम, गांव मिर्जापुर, मलपुरा। तीन साल पहले मेरा मकान गिर गया था। सीएम से मदद मांगी तो डीएम ने तीन लाख की मदद स्वीकृत की। लेकिन मेरी भाभी और उनके बच्चे मकान बनने नहीं दे रहे।

अब्दुल जाकिर, नाई की मंडी।


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