Good News: आगरा की अक्टूबर से होगी देश के कई प्रमुख शहरों के साथ Air Connectivity
Good News दिल्ली भोपाल अहमदाबाद लखनऊ आदि शहरों के लिए विमान सेवा शुरू करने के आए हैं प्रस्ताव। इंडिगो और स्पाइसजेट सेवाएं देने को तैयार।
आगरा, राजीव शर्मा। अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो अक्टूबर में ताजनगरी से देश के कई प्रमुख शहरों के लिए हवाई उड़ानें शुरू हो सकती हैं। इसके लिए विंटर सीजन के तहत खेरिया हवाई अड्डा प्रबंधन को दो कंपनियों से फ्लाइटें शुरू करने के संबंध में प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसके तहत स्पाइस जेट आगरा-दिल्ली और इंडिगो एयरलाइंस आगरा-लखनऊ, आगरा-भोपाल, आगरा-अहमदाबाद, आगरा-बंगलुरू आदि शहरों के बीच फ्लाइट शुरू करना चाहती हैं। प्रस्ताव के अनुरूप, यह फ्लाइटें हर रोज हाेंगी। इसके लिए हवाई अड्डे की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
लॉकडाउन के दौरान हवाई मार्ग ही नहीं, रेल और रोडवेज सब बंद कर दिए गए थे। अनलॉक प्रक्रिया में कई शहरों के बीच फ्लाइट सेवा शुरू कर दी गई। आगरा-जयपुर हवाई सेवा भी बहाल हो चुकी है। सप्ताह में चार दिन उड़ान है। इससे पहले दिल्ली के लिए भी फ्लाइट थी लेकिन काेरोना काल में यह बंद हो गई। अब नये सिरे से कवायद की जा रही है। इसके लिए विंटन सीजन शेड्यूल जारी किया गया है। इसके तहत स्पाइस और इंडिगो हर रोज अपनी सेवाएं देना चाहती हैं। दअरसल, ताजनगरी में सर्दियों के मौसम में ही पर्यटन सीजन शुरू होता है। हालांकि कोरोना वायरस के चलते अभी भी ताजमहल सहित सभी स्मारक बंद हैं। जल्द ही इनके भी खुलने की उम्मीद है। ऐसे में एयरलाइंस संचालकों को आगामी पर्यटन सीजन में कुछ संभावनाएं नजर आ रही हैं। इसी को देखते हुए उन्होंने फ्लाइट शेड्यूल दिया है।
व्यवस्थाओं के आधार पर निर्णय
खेरिया हवाई अड्डे के निदेशक ए. अंसारी का कहना है कि अभी विंटन सीजन शेड्यूल मिला है। इसके अनुरूप हम एयरपोर्ट पर कितनी व्यवस्थाएं कर सकते हैं, इसको देखा जाएगा। इसके बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। हालांकि अक्टूबर में आगरा और कई प्रमुख शहरों के बीच हवाई उड़ानें शुरू होनी पूरी संभावना है।
बीते पर्यटन सीजन में थी उम्मीद
बीते फरवरी में भी एक-दो एयरलाइंस ने आगरा से भोपाल, लखनऊ, बंगलुरू आदि शहरों के लिए हवाई उड़ानें शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। एयरपोर्ट पर इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी थीं। जब तक हवाई सेवा शुरू हो पातीं, इससे पहले ही कोरोना का कहर शुरू हो गया। इसको देखते हुए योजना ठंडे बस्ते में चली गई। अब नये सिरे से कवायद हो रही है।