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टीईटी का पेपर इतना आसान कि इसे देख अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे

शांतिपूर्वक संपन्न हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा, प्रशासन ने ली राहत की सांस, दोनों पालियों में 4013 ने छोड़ दी परीक्षा

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 10:30 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 10:30 AM (IST)
टीईटी का पेपर इतना आसान कि इसे देख अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे
टीईटी का पेपर इतना आसान कि इसे देख अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे

आगरा (जागरण संवाददाता): शिक्षक पात्रता परीक्षा देने के बाद बाहर निकले अभ्यर्थियों के चेहरे खिले थे। अधिकांश को उम्मीद थी कि इस बार उनकी नैया पार हो जाएगी। दोनों पालियों में शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। दोनों पालियों में चार हजार से अधिक ने परीक्षा छोड़ दी।

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रविवार सुबह प्रथम पाली में प्राइमरी वर्ग की परीक्षा में 31711 में से 29248 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। दूसरी पाली में 18045 में से 16492 ने परीक्षा दी। सुबह से ही परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। मूल प्रमाण पत्र देखकर ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। जिन अभ्यर्थियों की इंटरनेट की मा‌र्क्सशीट प्रमाणित नहीं थी, उन्हें कई केंद्रों पर प्रवेश नहीं दिया गया। इसको लेकर तकरार की स्थिति बन गई। डीआइओएस रविंद्र सिंह का कहना है कि सभी केंद्रों पर शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न हुई।

एक केंद्र से दूसरे केंद्र तक लगाई दौड़

टीईटी में सबसे ज्यादा परेशानी उन अभ्यर्थियों को उठानी पड़ी, जिनके दोनों पालियों में अलग-अलग केंद्रों पर पेपर थे। उनके केंद्रों भी इतने दूर थे कि उन्हें एक जगह से दूसरे जगह पहुंचने में दो घंटे तक लग गए। सबसे ज्यादा परेशानी महिला अभ्यर्थियों को हुई।

अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन

जाय हैरिस इंटर कॉलेज पर कुछ अभ्यर्थियों को मूल प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण प्रवेश से रोक दिया गया था। इस पर अभ्यर्थियों की कॉलेज प्रशासन से तकरार भी हुई। अभ्यर्थियों ने कॉलेज के बाहर हंगामा किया। कंट्रोल रूम पर मामले की सूचना दी। जब तक टीम पहुंची परीक्षा का समय निकल चुका था।

पेपर ठीक था। सभी तरह के प्रश्न थे। समय भी पूरा मिला। कोई परेशानी नहीं हुई।

अंजलि सिंह

पेपर सही सेट किया गया था। जितना सोचा था उतना कठिन नहीं आया। सामायिक प्रश्न पूछे गए थे।

आरती सिंह

जिसने सही तरीके से पढ़ाई की होगी, उसके लिए पेपर आसान ही था। प्रश्न भी कोर्स से ही आए थे।

चंचल

पिछली बार से तुलना करें तो पेपर थोड़ा मुश्किल था। इस बार घुमा-फिरा कर प्रश्न नहीं पूछे गए, इसलिए समय कम नहीं पड़ा।

¨रकी शर्मा


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