फंड की कमी बता साढ़े छह करोड़ के टेंडर रद
आगरा : जनकपुरी महोत्सव के विवाद की आग में अब सरकारी विभाग भी झुलसने लगे हैं।
आगरा : जनकपुरी महोत्सव के विवाद की आग में अब सरकारी विभाग भी झुलसने लगे हैं। फंड की कमी बता लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने साढ़े छह करोड़ रुपये के टेंडर रद कर दिए हैं।
इस साल विजयनगर में जनकपुरी सज रही है। जनकपुरी को लेकर विवाद चल रहा है। पहली बार जनकपुरी में पीडब्ल्यूडी सड़कें बना रहा था। दो सप्ताह पूर्व 11 सड़कों के साढ़े छह करोड़ के टेंडर निकले थे। पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम से फंड की मांग की थी, जिसे निगम प्रशासन ने ठुकरा दिया। जिस पर अब पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता ने टेंडर रद कर दिए हैं।
दो करोड़ के टेंडर निकले
नगर निगम ने गुरुवार को दो करोड़ के टेंडर निकाले हैं। विकास कार्यो को जल्द शुरू किया जा सके। वहीं जल्द ही एडीए 1.33 करोड़ रुपये के टेंडर निकालने जा रहा है। - नगर निगम किसी भी विभाग को फंड नहीं देगा। जनकपुरी में निगम प्रशासन द्वारा सड़कें बनाई जाएंगी।
अरुण प्रकाश, नगरायुक्त आपत्ति के बाद भी चुन ली गलत जगह : जनक महल के लिए आशीष गार्डन माकूल जगह नहीं है। भीड़ का दबाव पड़ा, तो व्यवस्थाएं चरमरा सकती हैं। हादसे की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जासकता। आजकल विजय नगर में यही चर्चा हर तरफ है। सूत्रों की मानें तो खुफिया विभाग की रिपोर्ट भी कुछ यही इशारा कर रही है।
गुरुवार को सांसद कठेरिया विजय नगर कॉलोनी पहुंचे, तो बैठक में भी लोगों ने उनका ध्यान इन आपत्तियों की तरफ आकर्षित किया, जिन्हें दरकिनार कर जगह का चयन किया गया। लोगों ने बताया कि इलाके में कई और अच्छी जगह थीं, लेकिन स्वार्थ सिद्धि के लिए सारे नियमों को ताक पर रखकर जगह का चुनाव हुआ। इस पर उन्होंने कहा कि वक्त कम है और इसमें वह खुद निर्णय नहीं लेंगे। उन्होंने सीओ एलआइयू से सुरक्षा की आंतरिक रिपोर्ट की जानकारी ली। साथ ही निर्देश दिए कि नए सिरे से मौके का निरीक्षण कर दोबारा रिपोर्ट तैयार करें और आपत्तियों को दूर कर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
जगह की कमी बनेगी दिक्कत : हमने भी आशीष गार्डन का मौका मुआयना किया, तो वह जनक महल के लिए किसी भी तरह मुफीद नहीं दिखा। आने जाने के संकरे रास्ते, साथ ही हजारों लोगों की भीड़ आने पर वहां व्यवस्था संभालना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।