Agra Smart City Project: पानी की लाइन की टेस्टिंग में आगरा स्मार्ट सिटी फिसड्डी, लापरवाही पर लगा जुर्माना
Agra Smart City Project आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अर्न्त्तगत जीवनी मंडी वाटरवक्र्स से पुलिस चौकी तक बिछाई गई है 300 एमएम की लाइन। एसबीई कंपनी पर दस हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से लगा जुर्माना। भारत इलेक्ट्रिानिक्स लि. (बेल) की लापरवाही वाहन चालकों पर भारी पड़ रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा स्मार्ट प्रोजेक्ट के कार्यों में हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। डेढ़ माह के बाद भी 300 मिलीमीटर (एमएम) की पानी की लाइन की टेस्टिंग नहीं हुई है। टेस्टिंग के बाद लाइन चालू होने से हजारों लोगों को गंगाजल मिल सकता था। लापरवाही पर एसबीई कंपनी पर दस हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया गया है। वहीं 31 दिसंबर तक पुरानी मंडी से शाहजहां पार्क तक 1200 एमएम की लाइन बिछाने की चेतावनी दी गई है। लाइन न बिछाने पर दस हजार रुपये के हिसाब से अलग से जुर्माना वसूला जाएगा।
ताजगंज को चौबीस घंटे पानी देने के लिए जीवनी मंडी वाटरवक्र्स से 1200 एमएम की लाइन बिछाई जा रही है। पहले चरण में वाटरवक्र्स से पुलिस चौकी तक लाइन बिछाने का कार्य सितंबर में शुरू हुआ था। 1200 एमएम की लाइन के ठीक बगल में 300 एमएम की एक और लाइन बिछी है। 300 एमएम की लाइन की टेस्टिंग अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में होनी थी लेकिन एसबीई कंपनी को मजदूर नहीं मिले और फिर टेस्टिंग को टाल दिया गया। नवंबर के तीसरे सप्ताह में लाइन की टेस्टिंग का प्रयास किया गया। जल संस्थान के अफसरों ने पानी नहीं दिया। इससे दूसरी बार टेस्टिंग नहीं हो सकी। तीसरी बार फिर से मजदूर नहीं मिले। 1200 एमएम की लाइन की टेस्टिंग हो चुकी है। आगरा स्मार्ट सिटी लि. के एक अधिकारी ने बताया कि पहली बार किसी कंपनी पर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया गया है। इसमें लाइन टेस्टिंग न करने और दूसरे चरण की पानी की लाइन का कार्य धीमी गति से चल रहा है। दोनों कार्यों में दस-दस हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया गया है।
बेल ने रोड कटिंग के बाद नहीं की मरम्मत
भारत इलेक्ट्रिानिक्स लि. (बेल) की लापरवाही वाहन चालकों पर भारी पड़ रही है। लोहामंडी चौराहा हो या फिर दिल्ली गेट तिराहा। शहर के अधिकांश चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आप्टिकल फाइबर लाइन बिछाने के लिए रोड कटिंग की गई है लेकिन मरम्मत नहीं की गई है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल में की गई है। शिकायतकर्ता अशोक कुशवाहा ने बताया कि रोड कटिंग के बाद उसकी मरम्मत होनी