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गंगाजल की आस में पाइप लाइन बिछाने की आ रही फरियाद

आगरा : नगर निगम, जल संस्थान और जल निगम के पास गंगाजल पाइप लाइन बिछाने के सिर्फ दो उदाहरण हैं। अन्य स्थानों से भी पाइपलाइन बिछाने की मांग आने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:00 AM (IST)
गंगाजल की आस में पाइप लाइन बिछाने की आ रही फरियाद

आगरा : नगर निगम, जल संस्थान और जल निगम के पास गंगाजल पाइप लाइन बिछाने के सिर्फ दो उदाहरण नहीं हैं। बल्कि हर दिन आठ से दस फरियाद आ रही हैं। दो से तीन जनप्रतिनिधियों के सिफारिशी पत्र होते हैं। आगरा शहर की प्यास बुझाने के लिए अक्टूबर के पहले सप्ताह से गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। गंगाजल की आपूर्ति जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स और पुराने प्लांट, सिकंदरा से होगी। बिछाई जा रही है पाइप लाइन :

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जल निगम द्वारा नेशनल हाईवे दो सहित अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाई जा रही है।

- गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत दयालबाग, निर्भय नगर सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाई जाएगी। यह कार्य जल निगम करेगा।

नवीन जैन, मेयर

केस-1: निर्भय नगर के लोगों ने नगरायुक्त से मुलाकात की। गंगाजल मिले, इसके लिए पाइप लाइन की मरम्मत के लिए अनुरोध किया। क्षेत्रीय निवासियों की मदद के लिए जनप्रतिनिधि ने भी सिफारिशी पत्र लिखा। स्थानी निवासी रविंद्र सिंह ने बताया कि पानी नहीं आ रहा है। गंगाजल से पानी की दिक्कत खत्म हो जाएगी। केस-2: दयालबाग व स्वामीबाग के क्षेत्रीय लोगों ने जल निगम और जल संस्थान के अफसरों से मुलाकात की। गंगाजल की आपूर्ति की मांग की गई। स्थानी निवासी कौशल सिंह ने बताया कि आए दिन जलापूर्ति गड़बड़ा जाती है। शिकायतों के बाद भी जल संस्थान ने ठोस कार्रवाई नहीं की। ऐसे में गंगाजल की आपूर्ति में भी संकट खड़ा हो सकता है।

लड़खड़ाने से बची शहर की आपूर्ति : सप्ताह के पहले दिन सोमवार को आधे शहर की जलापूर्ति लड़खड़ाने से बच गई। जल निगम ने जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स के 45 एमएलडी के प्लांट को चलाने से इन्कार कर दिया। जल संस्थान ने किसी तरीके से स्थिति को संभाला।

जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स में 90-90 एमएलडी के दो और 45 एमएलडी का एक प्लांट है। 45 एमएलडी के प्लांट का पिछले दिनों जल निगम ने जीर्णोद्धार किया है। तीन साल के लिए अनुबंध हुआ है, लेकिन जल निगम अब अनुबंध की शर्तो का पालन नहीं कर रहा है। पिछले दिनों इसे लेकर दोनों विभागों में ठन गई। नगरायुक्त अरुण प्रकाश के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। रविवार शाम जल निगम ने प्लांट से कर्मचारियों को हटा लिया। कर्मचारियों के हटाने की जानकारी जल संस्थान के अफसरों को नहीं दी गई। जल संस्थान के महाप्रबंधक राधेश्याम यादव ने बताया कि फिलहाल प्लांट का संचालन विभाग ने शुरू किया है। कर्मचारियों की तैनाती की गई है।


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