डाक टिकट के इंतजार में एक लाख फोटो चालान, पुलिस परेशान
- टीआइ कार्यालय में लिफाफे में बंद रखे चालान - पोस्ट करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास नहीं फंड
यशपाल चौहान, आगरा: ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्ती को फोटो चालान की व्यवस्था शुरू हुई। पुलिसकर्मी चौराहे पर फोटो खींचकर फोटो चालान भी कर रहे हैं। मगर, अफसोस दो माह से ये चालान पुलिस के कार्यालय में ही पड़े हैं। इन्हें पोस्ट करने को पुलिस के पास डाक टिकट के लिए बजट ही नहीं है।
एसएसपी अमित पाठक ने हेलमेट के लिए मुहिम शुरू की। इसके बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों से सख्ती से निपटने के लिए फोटो चालान की व्यवस्था की गई। शहर में 17 चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी डिजिटल कैमरे हाथ में लेकर खड़े रहते हैं। ये बिना हेलमेट, रेड लाइट तोड़ने या क्षमता से अधिक सवारी ले जाने वाले वाहनों के फोटो खींच लेते हैं। ट्रैफिक लाइन के कंप्यूटर में गाड़ी नंबर के आधार पर उसके मालिक की जानकारी हो जाती है। इसके बाद इन्हें डाक से गाड़ी मालिक के घर पहुंचाया जा रहा था। डाक टिकट के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास कोई फंड नहीं। इसलिए शुरुआत में कुछ गैर सरकारी संस्थाओं की मदद से यह कार्य चला। असर भी अच्छा रहा। एक तरफ लोगों में नियमों का डर बैठ तो दूसरी ओर राजस्व की वसूली भी बढ़ गई। इसीलिए एसएसपी अमित पाठक ने इसके लिए शासन से धनराशि की मांग की थी। मगर, अभी तक धनराशि नहीं मिली। अब दो माह से फोटो चालान तैयार कर लिफाफे में रखने तक की प्रक्रिया पूरी हो रही है। मगर, डाक टिकट न होने के कारण ये इन्हें गाड़ी मालिकों के घर तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। करीब एक लाख फोटो चालान लिफाफे में रखने के बाद टीआइ के कार्यालय में पड़े हैं। इनको शासन से धनराशि मिलने के बाद पोस्ट किया जाएगा। फोटो चालान पोस्ट करने को धनराशि शासन से मांगी है। जल्द ही मिलने वाली है। इसके बाद सभी फोटो चालान पोस्ट करा दिए जाएंगे।
अमित पाठक, एसएसपी