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Double Murder Case में पांच करोड़ की बरामदगी, 35 हजार ही खर्च कर पाए थे बदमाश Agra News

आगरा पुलिस ने शुक्रवार देर रात दो बजे पकड़ लिए आरोपित। कस्बे के ही एक दुकानदार की रही भूमिका। शनिवार दोपहर में पुलिस मीडिया के सामने खोलेगी पूरा मामला।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 09:24 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 08:07 PM (IST)
Double Murder Case में पांच करोड़ की बरामदगी, 35 हजार ही खर्च कर पाए थे बदमाश Agra News
Double Murder Case में पांच करोड़ की बरामदगी, 35 हजार ही खर्च कर पाए थे बदमाश Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। शहर से सटे शमसाबाद में सर्राफ दंपती की हत्या और लूट के मामले का पर्दाफाश हो गया। आगरा पुलिस ने आरोपितों को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कप्तान बबलू कुमार ने खुद देर रात तक आरोपित से पूछताछ की, उसमें उन्होंने वारदात को कबूल किया। शनिवार दोपहर में हुए पुलिस की प्रेसवार्ता में आईजी ए सतीश्‍ा गणेश ने जानकारी दी कि पकड़े गए बदमाशों से पांच करोड़ की बरामदगी कर ली गई है, जिसमें 11 किलो सोने के आभूषण, 25 किलो चांदी के आभूषण और 13 लाख रुपए शामिल हैं। बदमाशाें ने पकड़े जाने तक 35 हजार रुपए खर्च कर दिए थे। इस पूरी घटना को अंजाम देने में कस्बे के ही एक दुकानदार की भी भूमिका रही है। 

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शमसाबाद में सर्राफा कारोबारी व सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष मुकलेश गुप्ता (62 वर्ष) और उनकी पत्नी लता गुप्ता (60 वर्ष) की 27 जनवरी की देर शाम निर्मम हत्या कर दी गई थी। अगले दिन सुबह यानि 28 जनवरी को इस घटना की जानकारी हुई तो सामने आया कि हत्यारे कई किलोग्राम सोना और नकदी ले गए हैं। मुकलेश गुप्ता की तीन पुत्रियां हैं। परिजनों ने मामले का पर्दाफाश होने तक अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया था। राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने पुलिस कप्तान बबलू कुमार से बात कर परिजनों को 72 घंटे में हत्यारे पकड़े जाने का भरोसा दिलाकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया था। शुक्रवार को 72 घंटे की अवधि पूरी हो गई लेकिन मामले का पर्दाफाश न होते देख शमसाबाद के व्यापारियों में आक्रोश था और उन्होंने शुक्रवार को भी बाजार बंद रखा।

इधर यह बड़ा घटनाक्रम पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। शुक्रवार रात करीब 10.30 बजे एसएसपी बबलू कुमार शमसाबाद पहुंचे। तभी इस बात के संकेत मिल गए थे कि पुलिस के हाथ कोई बड़ा क्लू लगा है। सूत्रों के मुताबिक रात दो बजे पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक व्यापारी को भी पकड़ा है। यह व्यापारी मुकलेश गुप्ता के ही समाज का है और उसे मुकलेश की संपत्ति व कारोबार की जानकारी थी। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए लोगों में कपिल गुप्ता और ओम बाबू राठौर हैं। 

वे कर्जे में डूबे हुए थे और काफी समय से मुकलेश के घर और दुकान की रैकी कर रहे थे। लूट के दौरान बदमाशों ने सर्राफ और उनकी पत्नी की हत्या की। शनिवार तड़के चार बजे तक आरोपितों से पूछताछ चली है और इनकी निशानदेही पर लूटा गया माल भी बरामद हो गया है।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

मुकलेश गुप्ता का परिचित कपिल गुप्ता कस्बे में ही इरादतनगर रोड पर परचून की दुकान चलाता है। पुलिस पूछताछ में जो बात सामने आई उसके मुताबिक कपिल पर 10 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज हो गया था। दूसरा साथी ओम बाबू राठौर भी कर्ज में डूबा हुआ था। कपिल ने उसे मुकलेश की संपत्ति के बारे में बताया और लूट की योजना बना डाली। इसी के तहत ये दोनों 22 जनवरी को उनकी दुकान पर पहुंचे और वहां से उधार में एक अंगूठी खरीदी। इसका पैसा देने के बहाने ये लोग 26 जनवरी की शाम को मुकलेश के घर पहुंचे लेकिन दंपती ने दरवाजा नहीं खोला। इसके अगले दिन यानि 27 जनवरी को कपिल ने मुकलेश के फोन किया कि हम लोग शाम को घर पर अंगूठी के रुपये दे आएंगे। आप घर पर बता दीजिएगा। कपिल और ओम बाबू शाम करीब 7 बजे मुकलेश के घर पहुंचे तो पत्नी लता ने दरवाजा खोल दिया। घर में घुसकर कपिल और ओम बाबू ने लता की हत्या कर दी और अल्मारी में रखा सोना व नकदी लूट ली। उस समय मुकलेश अपने भांजे को छोड़ने गए हुए थे। रात आठ बजे, जब वे वापस लौटे तो कपिल और ओम बाबू ने घटना का कोई भी सुराग न छोड़ने की वजह से उन्हें भी जान से मार दिया और सीसीटीवी का डीवीआर भी साथ ले गए। मर्डर और लूट के बाद ये लूटे गए सोने को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। इसी से पुलिस को सुराग मिल गया।

दो करोड़ से अधिक का माल लूटा

मृतक सर्राफ मुकलेश गुप्ता और उनकी पत्नी लता गुप्ता, इनके अलावा घर पर कोई और नहीं रहता था इसलिए अब लूटे गए सोने और नकदी के बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ रही थी। सभी अपना अंदाजा बता रहे थे। पकड़े गए आरोपितों से जो सोना और नकदी बरामद की गई है, वह दो करोड़ से ऊपर है।

मरने की पुष्टि करने को लगाया करंट

सर्राफ और उनकी पत्नी की हत्या करने के बाद बदमाशों ने टेप लगाकर बिजली का तार उनके शरीर से बांधा था। इसके बाद स्विच आॅन कर करंट प्रवाहित किया। बदमाशों ने बताया कि वे इस बात की पुष्टि करना चाहते थे कि ये लोग जिंदा हैं या मर गए।


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