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एक घंटे देरी से शुरू हुई परीक्षा, पेपर भी पड़े कम, देखते रहे गुरुजी

पहले ही दिन लापरवाही की भेंट चढ़ी परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षाएं पेपर लाने को लगानी पड़ी दौड़ एकपेपर से कई बचों ने दी परीक्षा

By Edited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 06:00 AM (IST)
एक घंटे देरी से शुरू हुई परीक्षा, पेपर भी पड़े कम, देखते रहे गुरुजी
एक घंटे देरी से शुरू हुई परीक्षा, पेपर भी पड़े कम, देखते रहे गुरुजी
आगरा, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग की वार्षिक गृह परीक्षा पहले ही दिन लापरवाही की भेंट चढ़ गई। समय से प्रश्नपत्र स्कूल न पहुंचने के कारण इसे एक घंटा देरी से शुरू कराया जा सका। वहीं स्कूलों के पैकेट में प्रश्नपत्र भी कम निकलने से एक-एक पेपर से दो से तीन बच्चों की परीक्षा करानी पड़ी। परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई, लेकिन पहले ही दिन प्रश्नपत्र स्कूलों में एक घंटा देरी से पहुंच सके। इस कारण नोडल केंद्र से पेपर लाने खुद शिक्षकों को जाना पड़ा, इसके बाद परीक्षा संपन्न कराई जा सकी। यूटा जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि पेपर लेट मिलने पर शिकायत शिक्षाधिकारियों से कर दी गई थी। इन्हें सौंपी थी पेपर वितरण की जिम्मेदारी यह हाल तब है, जब पेपर बांटने की जिम्मेदारी बीएसए ने शहरी क्षेत्र में नोडल विद्यालय विजय नगर व लोहामंडी स्कूल के प्रधानाचार्य व ग्रामीण क्षेत्र में संकुल प्रभारियों (एनपीआरसी) को सौंपी थी। लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले जब स्कूलों में पेपर नहीं पहुंचे, तो शिक्षकों को खुद अपने वाहनों से नोडल केंद्र तक जाकर प्रश्नपत्र का पैकेट लाना पड़ा। कम निकले प्रश्नपत्र, फोटो स्टेट से चलाया काम देरी के चलते परीक्षा देरी से शुरू हुई, लेकिन प्रश्नपत्रों का पैकेट खोलने के बाद स्कूलों में अजीबो-गरीब हालात उस समय पैदा हो गए, जब उसमें से कम संख्या में प्रश्न पत्र निकले। पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय ईदगाह में 19 बच्चे परीक्षा में शामिल हुए, जबकि उनके लिए सिर्फ पांच प्रश्नपत्र भेजे गए। प्रधानाध्यापक निधि श्रीवास्तव ने बताया कि पेपर कम पड़ने के कारण एक पेपर से दो की परीक्षा करनी पड़ी। वहीं दूसरी तरफ प्राथमिक विद्यालय चंदसौरा, जगनेर के प्रधानाध्यापक प्रवेश कुमार शर्मा ने बताया कि उनके यहां 180 बच्चे पंजीकृत थे, जबकि पैकेट में सिर्फ 100 प्रश्नपत्र निकले, जिस कारण बच्चों को सामंजस्य बनाकर परीक्षा कराई गई। प्रश्न पत्र स्कूलों में न पहुंचने और पैकेट से पेपर न निकलने की शिकायत मिली हैं, इसमें खंड शिक्षाधिकारियों से जवाब मांगा जा रहा है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए।

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