गोबर खरीदकर बायो सीएनजी बनाएगा नगर निगम
आगरा: नालियों को जाम होने से बचाने के लिए नगर निगम अब गोबर खरीदेगा। इस गोबर से बायो सीएनजी बनाई जाएगी।
आगरा: नालियों को जाम होने से बचाने के लिए नगर निगम अब गोबर खरीदेगा। इस गोबर से बायो सीएनजी बनाने के लिए निगम ने कंपनियों की तलाश शुरू कर दी है। नगर निगम के आकड़ों की मानें तो शहर में 5500 गाय-भैंस हैं। अगर आवारा पशुधन की संख्या मिला लें तो यह कहीं ज्यादा है। शहरी क्षेत्र के अधिकांश पशुपालक 80 फीसद गोबर को पानी के साथ नालियों में बहा देते हैं। गोबर के कारण अक्सर नालियां जाम हो जाती हैं। यह गोबर सिल्ट के रूप में नाली की तली में जम जाता है।
नगर निगम ने इस समस्या से निदान के लिए गोबर के उपयोग की योजना तैयार की है। गोबर से बायो सीएनजी बनाई जाएगी। इसके लिए कंपनियों की तलाश की जा रही है। पिछले दिनों नगर निगम में इसे लेकर बैठक हुई। छह निजी कंपनियों ने निगम के अफसरों के सामने प्रेजेंटेशन दिया। पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने बताया कि फिलहाल कंपनियों को सर्वे के लिए कहा गया है। जल्द इसके टेंडर होंगे। उन्होंने बताया कि शहर में हर दिन साढ़े 49 हजार किग्रा गोबर मिलने की उम्मीद है।
नगर निगम का यह प्रयास कितना कारगर होगा, यह तो वक्त ही बताएगा, फिलहाल इसके लिए लंबा चौड़ा बजट जरूरत खर्च कर दिया जाएगा। इस तरह की पहले भी कई योजनाएं सरकारी पैसे की बर्बादी का सबब बन चुकी हैं।
कंपनी बनाएगी बायो सीएनजी
जो कंपनी गोबर खरीदेगी, उससे बायो सीएनजी बनाएगी। बायो सीएनजी का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाएगा।
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इस योजना के शुरू होने के बाद भी अगर कोई पशुपालक गोबर को नाली में बहाएगा या सड़क पर फेंकेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
अरुण प्रकाश, नगरायुक्त