अकोला का लाल जैसलमेर में युद्ध अभ्यास में हुआ शहीद
क्षेत्र में शोक की लहर बुधवार को व्यापारियों ने दुकानें रखीं बंद बीएसएफ जवान सतीश चाहर लाठी पोखरण में कर रहा था युद्ध अभ्यास
जागरण टीम, आगरा। अकोला का लाल सतीश चाहर बीएसएफ का जवान था। मंगलवार रात जैसलमेर के लाठी पोखरण में युद्ध अभ्यास के दौरान शहीद हो गया। इसकी जानकारी पर परिवार और कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई। व्यापारियों ने बुधवार को दिन भर बाजार बंद रखा।
अकोला निवासी 31 वर्षीय सतीश चाहर पुत्र छत्रपाल चाहर अगस्त 2010 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था। शहीद के पिता छत्रपाल सिह ने बताया कि सतीश की वर्तमान में तैनाती गुजरात के भुज में थी। युद्ध अभ्यास के लिए लाठी पोखरण जैसलमेर गया हुआ था। मंगलवार की रात को युद्ध अभ्यास चल रहा था। फील्ड फायरिग रेंज में बैरल फटने से सतीश चाहर सहित तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए और उनके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। मंगलवार रात लगभग 10 बजे उनके पास सूचना आई थी। सतीश चाहर की सूचना आते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सतीश चार भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके पिता किसान हैं। उनसे छोटे भाई सोनवीर सिंह पिता के साथ खेती संभालते हैं। तीसरे भाई गुरुदेव सिंह उर्फ गुड्डा इंडियन एयर फोर्स में देश सेवा कर रहे हैं। सबसे छोटा भाई संदीप सेना में जाने की तैयारी कर रहे हैं। पिता छत्रपाल चाहर ने बताया कि सतीश की शादी 9 वर्ष पहले मथुरा के बछगांव निवासी सोनिया से हुई थी। सतीश की आठ वर्षीय बेटी आराध्या है। पत्नी एवं माता-पिता सहित पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। शहीद का पार्थिव शरीर आज गांव में लाया जाएगा।