Move to Jagran APP

Third Wave of Covid: तीसरी लहर से निपटने को तैयारी, आगरा बना नोडल आक्सीजन सेंटर

आगरा के 20 सरकारी और निजी अस्पतालों में लग चुके हैं आक्सीजन प्लांट 14 अस्पतालों में लिक्विड आक्सीजन टैंक का इंतजाम। बेड आइसीयू सहित अन्य की उपलब्धता पर जिला प्रशासन का पूरा फोकस। सींगना में 350 बेड के अस्पताल को और भी बेहतर किया जाएगा।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 09:47 AM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 09:47 AM (IST)
Third Wave of Covid: तीसरी लहर से निपटने को तैयारी, आगरा बना नोडल आक्सीजन सेंटर
आगरा में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को ऑक्‍सीजन प्‍लांट लगाए जा रहे हैं।

आगरा, अमित दीक्षित। आगरा मंडल हो या फिर अलीगढ़। इन मंडलों के किसी भी जिले में अगर आक्सीजन की कमी होती है तो इसकी आपूर्ति आगरा से की जाएगी। कोविड की तीसरी लहर के मद्देनजर आगरा को नोडल आक्सीजन सेंटर बनाया गया है। यहां तक 20 सरकारी और निजी अस्पतालों में क्षमता के अनुरूप आक्सीजन प्लांट लग चुके हैं। सभी प्लांट चालू हो गए हैं। 14 अस्पतालों में लिक्विड आक्सीजन टैंक का इंतजाम किया गया है। तीन हजार सिलेंडर की आसानी से आपूर्ति की जा सकेगी। अगर सेंटर में आक्सीजन की कमी होती है तो गैर राज्यों से विमानों या फिर ट्रेनों के माध्यम से मंगाया जाएगा। वहीं जिला प्रशासन ने बेड, सघन चिकित्सा यूनिट (आइसीयू) सहित अन्य की उपलब्धता पर फोकस किया जा रहा है।

prime article banner

इन जिलों में आक्सीजन की आपूर्ति : आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासंगज।

ये है तीसरी लहर से निपटने को तैयारी

- कोविड की दूसरी लहर में 2350 बेड थे। यह क्षमता अब 3500 बेड की जा रही है।

- आइसीयू की संख्या 250 से बढ़ाकर 300 की जा रही है।

- वेंटिलेटर, हाई फ्लो नसल कैनुला (एचएफएनसी), बाईपेप की संख्या 250 से बढ़ाकर 300 की जा रही है।

- मरीजों से वसूली न हो, इसके लिए सभी अस्पतालों में रेट लिस्ट चस्पा की जाएगी।

- नगर निगम स्थित कोविड कंट्रोल सेंटर को सक्रिय किया जाएगा। जगह-जगह नंबर चस्पा होंगे। मरीजों को जल्द बेड उपलब्ध कराया जाए, इस पर ध्यान दिया जाएगा।

- दवाओं या फिर आक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- मरीजों को जबरन डिस्चार्ज नहीं किया जा सकेगा।

- जो भी शिकायतें आएंगी, उनकी जांच के लिए अलग से सेल गठित किया जाएगा।

ज्यादा नहीं बनेंगे कोविड अस्पताल: कोविड की पहली और दूसरी लहर से जिला प्रशासन ने सबक लिया है। तीसरी लहर से पूर्व कोविड अस्पतालों की संख्या अधिक नहीं होगी। सींगना में 350 बेड के अस्पताल को और भी बेहतर किया जाएगा। कई निजी अस्पतालों का स्टाफ वहीं पर तैनात होगा।

- कोविड की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां की जा रही हैं। 20 सरकारी और निजी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लग चुके हैं। आगरा से कई जिलों को आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।

प्रभु एन सिंह, डीएम

ये हैं आक्सीजन प्लांट

अस्पताल का नाम, प्लांट की क्षमता लीटर प्रति मिनट, बेड की संख्या

- जिला अस्पताल, 500, 118

- लेडी लायल अस्पताल, 500, 145

- एसएन में 960, 1000 और 100, 1500

- मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, 100, 100

- सीएचसी बरौली अहीर, 330, 30

- सीएचसी सैंया, 100, 30

- सीएचसी खंदौली, 100, 30

- सीएचसी जगनेर, 150, 40

- सीएचसी बाह, 100, 40

- छावनी परिषद अस्पताल, 50, 10

- ब्लासम अस्पताल, 260, 45

- पुष्पांजलि अस्पताल, 570 और 500, 195

- रेनबो अस्पताल, 500 और 200, 110

- प्रभा अस्पताल, 250 और 100, 60

- श्रीकृष्णा अस्पताल, 150, 100

- डा. कमलेश टंडन नर्सिंग होम, 500, 100 ्र

- सरकार अस्पताल, 100, 50

- पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर अस्पताल, 500, 100

- जीआर अस्पताल, 100, 50

- उपाध्याय अस्पताल, 100, 50

आगरा में ऑक्‍सीजन प्‍लांट की क्षमता

- एडवांस गैस प्रा. लि. की क्षमता 10 टन प्रतिदिन की है।

- अग्रवाल गैस की क्षमता 15 टन प्रतिदिन की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK