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Agra Air Pollution: आगरा की आवास विकास कालाेनी रही सबसे अधिक प्रदूषित

आगरा में पांचों मानीटरिंग स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में। हवा में अति सूक्ष्म कण व धूल कण बढ़ने से बिगड़ी स्थिति। धूल कण व अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ने के लिए रोड डस्ट निर्माण कार्यों में मानकों का पालन नहीं किया जाना मुख्‍य कारण हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 11:26 AM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 11:26 AM (IST)
Agra Air Pollution: आगरा की आवास विकास कालाेनी रही सबसे अधिक प्रदूषित
आगरा के आवास विकास कॉलोनी क्षेत्र में सबसे ज्‍यादा प्रदूषण मापा गया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में पांचों मानीटरिंग स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में बनी हुई है। आवास विकास कालोनी सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 494 दर्ज किया गया, जो रविवार के एक्यूआइ 421 से अधिक था। वहीं मंगलवार सुबह नौ बजे एक्‍यूआइ 487 मापा गया है, जो सोमवार से अधिक है।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शहर में स्थित पांच आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशनों पर पिछले 24 घंटों में एकत्र आंकडा़ें के आधार पर आगरा में वायु गुणवत्ता की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस, मनोहरपुर दयालबाग, सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी, शास्त्रीपुरम और शाहजहां गार्डन में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दर्ज की गई। सभी जगह हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों, धूल कणों व कार्बन कणों की मात्रा मानक से कहीं अधिक दर्ज की गई। धूल कण व अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ने के लिए रोड डस्ट, निर्माण कार्यों में मानकों का पालन नहीं किया जाना, म्यूनिसिपल सोलिड वेस्ट जलाया जाना प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं।

जाम और उड़ती मिली धूल

सीपीसीबी ने सोमवार को शहर में 25 जगहों पर प्रदूषक तत्व बढ़ने की वजह जानने के लिए दो टीमें बनाकर स्टडी कराई। शहर में लगभग हर जगह सड़कों पर जाम की वजह से वाहनजनित प्रदूषण बढ़ने, सरकारी विभागों द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों में धूल उड़ने से रोकने के इंतजाम नहीं मिले। सीपीसीबी ने इससे डीएम प्रभु एन. सिंह को अवगत कराया है।

मानीटरिंग स्टेशनों पर स्थिति

संजय प्लेस

प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत

कार्बन मोनोआक्साइड, 83, 134, 96

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 25, 143, 77

सल्फर डाइ-आक्साइड, 1, 32, 20

ओजोन, 6, 110, 71

अति सूक्ष्म कण, 436, 500, 484

धूल कण, 376, 490, 428

मनोहरपुर दयालबाग

कार्बन मोनोआक्साइड, 50, 75, 64

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 14, 33, 23

सल्फर डाइ-आक्साइड, 14, 31, 16

ओजोन, 17, 254, 62

अमोनिया, 8, 10, 9

अति सूक्ष्म कण, 422, 500, 478

धूल कण, 351, 464, 427

सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी

कार्बन मोनोआक्साइड, 74, 132, 85

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 46, 138, 77

सल्फर डाइ-आक्साइड, 13, 16, 14

ओजोन, 1, 8, 3

अमोनिया, 11, 17, 13

अति सूक्ष्म कण, 463, 500, 494

धूल कण, 424, 500, 469

शास्त्रीपुरम

कार्बन मोनोआक्साइड, 78, 105, 88

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 26, 85, 47

सल्फर डाइ-आक्साइड, 21, 32, 25

ओजोन, 1, 29, 16

अति सूक्ष्म कण, 441, 500, 488

धूल कण, 403, 487, 455

शाहजहां गार्डन

कार्बन मोनोआक्साइड, 95, 137, 103

नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 36, 97, 58

सल्फर डाइ-आक्साइड, 12, 22, 15

अोजोन, 2, 80, 48

अमोनिया, 11, 17, 14

अति सूक्ष्म कण, 460, 500, 489

24 घंटे के लिए प्रदूषक तत्वों के मानक

एसओटू: 80 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

एनओटू: 80 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

कार्बन मोनोआक्साइड: 4 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

अति सूक्ष्म कण: 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर

धूल कण: 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर।


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