आठ टेंपो पुराने लक्ष्मी- गणेश का हुआ एकत्रीकरण, आज होगा विसर्जन
शहर में 50 से अधिक स्थानों पर बनाए थे केंद्र घर-घर पहुंच पुल से भी किए एकत्रित। ब्राह्मण परिषद के सदस्य सुनील दुबे के सुझाव पर गत वर्ष से शुरू हुआ प्रयास इस बार दीपावली पर भी जारी रहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। पुराने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाें को अनादर से बचाने के लिए ब्राह्मण परिषद ने छोटी दीपावली से कमान संभाल रखी है। शहर में 50 स्थानों पर एकत्रीकरण केंद्र बनाए गए, जिस पर आस-पास की कालोनियों, बिल्डिंग के लोगों ने पुरानी सैकड़ों लक्ष्मी- गणेश की मूर्तियों को छोड़ दिया। वहीं कुछ ने यमुना के ऊपर बने जवाहर पुल, आंबेडकर पुल पर मूर्तियां छोड़ दी थीं। इन्हें भी संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने एकत्रित किया तो घर-घर पहुंच भी एकत्रीकरण कराया। आठ टेंपो सामग्री एकत्रित हो चुकी है, जिसका विसर्जन सोमवार को हाथीघाट पर बने कुंड में किया जाएगा।
हर वर्ष पूजन के लिए घर-घर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां आती हैं, लेकिन पुरानी का विसर्जन एक समस्या बन जाता है। बहुत से लोग मंदिरों में तो कुछ पीपल, बरगद के पेड़ के नीचे इन्हें रख आते हैं। इस समस्या से निजात के लिए ब्राह्मण परिषद ने कालोनियों, गलियों, बिल्डिंगाें, प्रमुख मंदिरों सहित दूसरे सार्वजनिक स्थलों पर छोटी दीपावली से भाई दूज तक 50 से अधिक स्थानों पर किया। ब्राह्मण परिषद के सदस्य सुनील दुबे के सुझाव पर गत वर्ष से शुरू हुआ प्रयास इस बार दीपावली पर भी जारी रहा। उन्होंने बताया कि संगठन पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर गत वर्ष तीन दिवसीय अभियान तैयार किया था। इस बार इसे चार दिवसीय अभियान बनाया गया है। नगर निगम के सहयोग से हाथी घाट पर कुंड तैयार कराया गया है। परिषद के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा उपाध्यक्ष राहुल चतुर्वेदी और महासचिव ब्रह्मम्दत्त पंडित ने बताया कि आठ टेंपो मूर्तियां एकत्रीकरण हो चुका है। विधिवत रूप से विसर्जन कराया जाएगा। प्रमुख मंदिर, कालोनियों, पार्क, बिल्डिंगों में ड्रम, टेबिल, तख्त लगाकर उस पर पुरानी मूर्तियां एकत्रित की गई थीं। सभी का प्रयास एक ही है कि मूर्तियों का अनादर नहीं हो।