Move to Jagran APP

Indian Railway: AC कोच के बाद अब Running Room से भी हट सकते हैं Bed Roll, इस वजह से लिया जा रहा फैसला

कोरोना संक्रमण को देखते हुए रनिंग रूम में कंबल-रजाई हटाने पर विचार। ट्रेनों के एसी कोच में पहले ही बंद हो चुके हैं कंबल और चादर। कोरोना संक्रमण से पहले चालक व गार्ड को रनिंग रूम में सोने के लिए बिस्तर चादर व मच्छरदानी मिलती थी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 10:09 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 04:40 PM (IST)
Indian Railway: AC कोच के बाद अब Running Room से भी हट सकते हैं Bed Roll, इस वजह से लिया जा रहा फैसला
कंबल के जरिए संक्रमण न फैले इसके लिए कंबल हटाने पर विचार कर रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के चलते सर्दियों में रेलवे के चालक व अन्य रनिंग स्टॉफ को अपना कंबल साथ लेकर चलना पड़ सकता है। कंबल के जरिए संक्रमण न फैले इसके लिए कंबल हटाने पर विचार कर रहा है। इसके साथ कंबल पर कवर चढ़ाने की भी योजना बन रही है। ट्रेन के चालक, गार्ड व रनिंग स्टॉफ टीटीई के लिए रनिंग रूम की अलग व्यवस्था होती है, जिससे चालक व गार्ड सुरक्षित ट्रेनों का संचालन कर सकें। कोरोना संक्रमण से पहले चालक व गार्ड को रनिंग रूम में सोने के लिए बिस्तर, चादर व मच्छरदानी मिलती थी। ठंड में मोटा कंबल या रजाई मिलती थी। मगर, अब कोरोना संक्रमण के चलते सर्दियों में रजाई और कंबल को लेकर रेलवे चिंतित है। रजाई और कंबल को रोज धोया नहीं जा सकता, ऐसे में एक ही रजाई और कंबल को अलग-अलग चालक और गार्ड प्रयोग करेंगे तो संक्रमण का खतरा रहेगा। ऐसे में कई मंडलों में सर्दी में रनिंग रूम में कंबल और रजाई की व्यवस्था खत्म करने की तैयारी हो गई है। वहां पर चालकों को अपना कंबल साथ लेकर चलने के निर्देश दिए गए हैं। इसको लेकर आगरा रेल मंडल में भी पिछले दिनों बैठक हुई। इसमें कंबलों को संक्रमण मुक्त रखने के लिए उन पर कवर चढ़ाने पर विचार किया गया। जब भी कोई चालक कंबल लेगा तो उसे नया कवर चढ़ाकर दिया जाएगा। पुराने कवर को धोकर फिर से काम में लेने की बात कही गई। हालांकि अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। बहुत से चालक और गार्ड एहतियात के तौर पर अभी से अपनी चादर लेकर चल रहे हैं। एसी ट्रेनों से भी हटाए गए बेडरोलसंक्रमण को चलते रेलवे ने एसी कोचों में मिलने वाले कंबल, चादर को पहले ही बंद कर दिया है। कोचों में लगे परदे भी हटा दिए गए थे। अब यात्री अपने कंबल और चादर लेकर ही यात्रा कर रहे हैं। गर्मी में ज्यादातर यात्रियों को कंबल और चादर की आवश्यकता नहीं पड़ रही थी, लेकिन सर्दियों में कंबल की आवश्यकता होगी। स्टेशन पर नहीं हुई व्यवस्थारेलवे ने एसी कोच के यात्रियों के लिए एक बार प्रयोग होने वाला बेडरोल स्टेशन पर उपलब्ध कराने की बात कही थी। जिन यात्रियों को बेडरोल चाहिए, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। मगर, अभी तक कैंट स्टेशन पर बेडरोल की उपलब्धता नहीं हुई है। सर्दी में यात्रियों को बेडरोल की आवश्यकता पडे़गी। 

loksabha election banner

रनिंग रूम में कंबल रखने के संबंध में मुख्यालय से जो निर्णय होगा, उसका पालन किया जाएगा। अभी कोई आदेश नहीं आया है।

एसके श्रीवास्तव, पीआरओ आगरा रेल मंडल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.