Bed फर्जीवाड़ा: बर्खास्तगी के आदेश के बाद फर्जी शिक्षकों में मची हलचल Agra News
अपर मुख्य सचिव ने बीएसए को दिए बर्खास्त करने के निर्देश। खंड शिक्षाधिकारी कराएंगे मुकदमा दर्ज वेतन से होगी रिकवरी।
आगरा, जेएनएन। वर्ष 2004-05 में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्री लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे 109 शिक्षक, शिक्षिकाओं को जल्द ही बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अपर मुख्य सचिव की सख्ती को देखते हुए विभागीय अधिकारी सूची को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। संबंधितों को बर्खास्त करते हुए रिकवरी भी होगी। जिसकी भनक लगते ही उनकी धड़कनें तेज हो गई हैं।
एसआइटी ने शैक्षिक अभिलेखों में फर्जीबाड़ा कर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे 163 शिक्षक, शिक्षिकाओं को सूची में शामिल किया है। पहले चरण में 24 एवं दूसरे चरण में 30 शिक्षक, शिक्षिकाओं की आगरा स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय एवं संबंधित कॉलेज बीएड की डिग्री एवं अंक तालिकाओं की जांच की गई थी। फर्जी डिग्री मिलने पर फीरोजाबाद के बीएसए अरविंद पाठक ने संबंधितों को बर्खास्त कर दिया था। इनमें से अधिकांश शिक्षक, शिक्षिकाओं को न्यायालय से राहत मिल गई है। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने बीएसए को पत्र जरी कर बाकी 109 शिक्षकों को बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि संबंधितों को बर्खास्त करते हुए खंड शिक्षाधिकारी मुकदमा दर्ज कराएं और वेतन से रिकवरी कराई जाए। विभागीय अधिकारी एसआइटी की सूची में शामिल एक सैकड़ा से अधिक शिक्षकों की बर्खास्तगी को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। इसकी भनक लगने पर फर्जी शिक्षकों में हलचल मची है।
कार्रवाई को दिया जा रहा अंतिम रूप
फर्जीबाड़े में एसआइटी जांच के बाद संबंधित शिक्षक, शिक्षिकाओं पर कार्रवाई होनी है। बर्खास्त करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई होगी।
अरविंद पाठक, बीएसए