ADA: ब्रांडिंग के सहारे अलोकप्रिय संपत्तियों को बेचने की तैयारी में एडीए
ADA कालिंदी विहार और शास्त्रीपुरम में सबसे अधिक हैं संपत्तियां नए उपाध्यक्ष के आदेश पर तैयार हो रही है सूची। फिलहाल कीमतों में नहीं होगी कमी जयपुर हाउस विकास प्राधिकरण की तर्ज पर होगा कार्य। सरकारी कार्यालयों में इसकी जानकारी भेजी जाएगी जिससे संपत्तियों की बिक्री हो सके।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ब्रांडिंग के सहारे अलोकप्रिय संपत्तियों को बेचने का प्रयास करेगा। इसके लिए जयपुर विकास प्राधिकरण का तरीका अपनाया जाएगा। संपत्तियों को चिन्हित किया जाएगा फिर इनकी ब्रांडिंग होगी। अलोकप्रिय संपत्तियों के आसपास कामन सुविधाएं अलग से उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां तक सरकारी कार्यालयों में इसकी जानकारी भेजी जाएगी जिससे संपत्तियों की बिक्री हो सके।
शहर में संजय प्लेस, ताजनगरी फेज प्रथम और द्वितीय सहित एडीए की कई आवासीय और व्यावसायिक योजनाएं हैं। इन्हीं योजनाओं में शास्त्रीपुरम और कालिंदी विहार भी शामिल हैं। एडीए की यह महत्वाकांक्षी योजनाएं थीं। शुरुआत में तेजी से दोनों स्थलों पर संपत्तियों की बिक्री हुई लेकिन एक और दो मंजिला भवन ऐसे हैं। जिनकी अब बिक्री नहीं हो रही हैं। यहां तक तीन नीलामी या फिर पंजीकरण प्रक्रिया में लोग शामिल नहीं हुए। शास्त्रीपुरम में ऐसे 50 और कालिंदी विहार में 65 से अधिक फ्लैट और भूखंड चिन्हित किए गए हैं। यह सभी अलोकप्रिय संपत्तियों की श्रेणी में आ रहे हैं। नए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया के आदेश पर सूची तैयार हो रही है।
स्टडी टूर पर गई थी एडीए टीम
सोमवार को एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया सहित आधा दर्जन अफसर और इंजीनियरों की टीम जयपुर गई थी। टीम ने जयपुर विकास प्राधिकरण और हाउसिंग बोर्ड का भ्रमण किया। दो दर्जन के करीब प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई। अब इसी आधार पर नए प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं।