सेहत से खिलवाड़, बना रहे थे सिंथेटिक दूध, जानिए पूरा मामला
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने मारा छापा, 300 लीटर दूध फेंका। मौके से डिटर्जेंट, रिफाइंड और हाइड्रोजन पर ऑक्साइड बरामद।
आगरा, जेएनएन। मुनाफे के चक्कर में लोगों की सेहत से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है। डेयरी के नाम पर कुछ लोग डिटर्जेंट, रिफाइंड और मिल्क पाउडर से नकली दूध बनाकर बेच रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने फीरोजाबाद के एका में नगला छत्तू में छापेमारी कर तीन सौ लीटर सिंथेटिक दूध बरामद किया। उसे मौके पर ही िंंफकवा दिया गया। वहीं कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
खाद्य विभाग की टीम नगला छत्तू में जोगेंद्र पुत्र भीष्म पाल की डेयरी पर पहुंची तो वहां सिंथेटिक दूध तैयार हो रहा था। रिनजी ब्रांड का वाशिंग लिक्विड, रिफाइंड सोयाबीन तेल, माल्टो डेक्सट्रिन पाउडर और हाइड्रोजन पर ऑक्साइट मिलाकर दूध बन रहा था। टीम को देखते ही कारोबारी एवं कर्मचारियों में खलबली मच गई। उन्होंने सभी चीजों को नष्ट करने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों ने कब्जे में ले लिया। मौके पर तीन सौ लीटर दूध भी रखा मिला। उसके दो नमूने लेने के बाद नष्ट करा दिया गया।
जिला अभिहित अधिकारी एसएचएच आबिदी ने बताया कारोबार बिना लाइसेंस के चल रहा था। डेयरी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। टीम ने एका थाना क्षेत्र के ही गांव नगला धारा में भी रनवीर यादव की डेयरी से दूध का सैंपल लिया। पंजीकरण न होने पर मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है।