आगरा में पत्नी और मासूम बेटी को यमुना में धक्का मारकर गिराया, आरोपित को भेजा जेल
अपहरण हत्या और साक्ष्य मिटाने के आरोप में मुकदमा दर्ज। निबोहरा थाने पहुंचे महिला के मायके वालों ने किया हंगामा। दो जनवरी को तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। दो साल पहले ही हुइ थी शादी।
आगरा, जागरण संवाददाता। निबोहरा में रहने वाला युवक अपनी पत्नी और मासूम बेटी को पुल से यमुना में धक्का मारकर गिरा दिया। इसके बाद वह फरार हो गया था। पुलिस ने उसे बुधवार को पकड़ लिया। इसके बाद पूछताछ की तो मामला खुल गया। इसके बाद पुलिस ने यमुना में पुलिस ने दोनों की यमुना में तलाश कराई, लेकिन उनका सुराग नहीं मिला। गुरुवार को पुलिस आरोपित को अपहरण, हत्या और साक्ष्य मिटाने की धारा में जेल भेज रही थी। उसी समय महिला के मायके वाले पहुंच गए। महिला और बच्ची के शव बरामद करने की मांग को लेकर थाने में हंगामा किया। पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराया।
निबाेहरा थाना क्षेत्र के कोटरे का पुरा निवासी राजवीर उर्फ राजू की शादी दो वर्ष पहले एत्माद्दौला की गढ़ी चांदनी निवासी गायत्री से हुई थी। उनके 14 माह की बेटी अवनी उर्फ डाली भी थी। गायत्री अपने मायके में रह रही थीं। 30 दिसंबर 2021 को राजवीर गायत्री और डाली को गढ़ी चांदनी से अपने गांव के लिए लेकर आया था। मगर, वह उन्हें लेकर गांव नहीं पहुंचा। गायत्री के मायके वालों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने दो जनवरी को निबोहरा थाने में गायत्री और उनकी बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने दोनों की हत्या की आशंका भी जताई। पुलिस आरोपित की तलाश में लगी थी, लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। बुधवार को दोपहर पुलिस ने उटंगन नदी के कांटर घाट से राजवीर को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि पत्नी से उसका आए दिन झगड़ा होता था। गृह क्लेश से वह परेशान था। इसलिए वह पत्नी की हत्या करना चाहता था। वह पत्नी और बेटी को गढ़ी चांदनी से रहनकला तक लाया था। इनर रिंग रोड पर रहनकला के पास बने पुल के पास पहुंचकर वह पत्नी की गोद से बेटी को लेने की कोशिश की। मगर, पत्नी ने बेटी को नहीं छोड़ा। ऐसे में उसने दोनों को ही धक्का मारकर यमुना में गिरा दिया। थोड़ी देर तक वहां खड़े होकर देखता रहा। दोनों के डूब जाने के बाद वह वहां से चला गया। पुलिस ने पीएसी के गोताखोरों की मदद से बुधवार को यमुना में गायत्री और उसकी बेटी की तलाश कराई, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। गुरुवार दोपहर में पुलिस आरोपित को कोर्ट ले जाने की तैयारी कर रही थी। तभी बड़ी संख्या में गायत्री के मायके वाले थाना निबोहरा पहुंच गए। उन्होंने कहा कि पहले गायत्री और डाली के शवों को बरामद किया जाए, इसके बाद ही आरोपित को जेल भेजा जाए। उन्होंने इसको लेकर थाने में हंगामा किया। भीड़ को देखकर पुलिस अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। सीओ फतेहाबाद सौरभ सिंह कई थानों के फोर्स के साथ वहां पहुंच गए। इसके बाद लोगों को समझाकर शांत कराया। आरोपित को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। सीओ सौरभ सिंह का कहना है कि दो जनवरी को तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। बुधवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया था।पीएसी के गोताखोरों से यमुना में मां-बेटी की तलाश कराई जा रही है।