आगरा पुलिस ने कसा शिकंजा, अब कोर्ट में समर्पण की फिराक में सामूहिक दुष्कर्म का वांछित
एत्मादपुर हाईवे पर झरना नाले के जंगल में 29 मार्च को की थी घटना। सात दिन से पुलिस काे चकमा दे रहा है आरोपित मोनू। एक दर्जन से ज्यादा रिश्तेदारों और दोस्तों को पकड़़कर पूछताछ हो चुकी। मंगलवार को समर्पण की सूचना पर दीवानी के आसपास मुस्तैद रहेेेेगी पुलिस।
आगरा, जागरण संवाददाता। एत्मादपुर हाईवे पर झरना नाले के जंगल में होली के दिन पति के सामने पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म करने के दो आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। मामले में वांछित चल रहे तीसरे आरोपित मोनू पुलिस को सात दिन से लगातार चकमा दे रहा है। मगर, पुलिस उसके रिश्तेदारों, परिचितों और दोस्तों के यहां ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। एक दर्जन से ज्यादा रिश्तेदारों को पकड़कर पूछताछ कर चुकी है। पुलिस ने उसके करीबी लोगों के यहां लगातार दबिश देकर आरोपित पर शिकंजा कस दिया है। इसके चलते वह अब समर्पण करने की फिराक में है। साेमवार को मोनू द्वारा अदालत में समर्पण की सूचना पुलिस को मिली। इसके बाद पुलिस ने दीवानी के आसपास डेरा डाल दिया। कई घंटे उसकी राह देखती रही, लेकिन आरोपित समर्पण करने के लिए नहीं आया। मंगलवार को भी पुलिस सुबह से दीवानी के आसपास मुस्तैद है।
एत्मादपुर थाना क्षेत्र निवासी युवती 29 मार्च की शाम को पति के साथ बाइक से मायके एत्माद्दौला आ रही थी। झरना नाले के जंगल के पास आरोपित गौरी राजपूत, मोनू और योगेश ने दंपती को घेर लिया था। दोनों को धमकी देकर जंगल में ले जाकर उनकी जबरन आपत्तिजनक फोटो खींचीं। इसके बाद पति के सामने तीनों ने बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया। सनसनीखेज घटना की जानकारी पीड़ित पति-पत्नी ने अगले दिन चौकी पर जाकर दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपित गौरी राजपूत और योगेश कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। मगर, तीसरा आरोपित मोनू पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है।
आरोपित ने हरियाणा और दिल्ली में राहगीरों के मोबाइल से परिचितों से बात करके पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया था। टीम वहां पहुंची और जिन लोगों के मोबाइल से बात हुई, उन्हें पकड़ने पर पता चला कि वह राहगीर थे। पुलिस का शिकंजा लगातार कसने से आरोपित अब समर्पण करने की फिराक में है। सोमवार की दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित मोनू अदालत में समर्पण करने के लिए पहुंचने वाला है। इस पर पुलिस ने दीवानी के बाहर डेरा दिया, लेकिन वह कई घंटे बाद भी नहीं आया। पुलिस खाली हाथ लौट आई, अब वह आरोपित की तलाश में दूसरे जिलों में रहने वाले उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश दे रही है।