Pollution in Agra: पढ़ें वो चार कारण, जो बना रहे आगरा की हवा को जहरीला
Pollution in Agra जाम भी बढ़ा रहा शहर में वायु प्रदूषण। सीपीसीबी ने शहर में कई स्थानों पर किया अध्ययन। प्रदूषण के स्रोतों को चिह्नित कर रिपोर्ट कमिश्नर को भेजी। सीपीसीबी ने शहर में वायु प्रदूषण के स्रोतों को चिह्नित करने के लिए दो टीमें बनाई थीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में प्रमुख मार्गों पर चल रहे सीवर, गंगाजल की पाइपलाइन बिछाने के काम से अन्य रास्तों पर लग रहा जाम भी वायु प्रदूषण बढ़ा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शहर में वायु प्रदूषण बढ़ने के स्रोतों पर किए गए अध्ययन से यह बात सामने आई है। उसे शहर में कई जगहों पर जाम लगा हुआ मिला।
आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ने पर सीपीसीबी ने शहर में वायु प्रदूषण के स्रोतों को चिह्नित करने के लिए दो टीमें बनाई थीं। दोनों टीमों ने 16, 19 और 24 अक्टूबर को शहर में अध्ययन किया था। टीम ने अध्ययन कर शहर में वायु प्रदूषण के चार प्रमुख कारणों में यातायात जाम, कचरे का अवैध निस्तारण या कचरा जलाना, क्षतिग्रस्त सड़क या सड़क किनारे जमा मिट्टी या निर्माण सामग्री और सड़क किनारे निर्माण गतिविधि या अवरोध को माना है। टीम ने प्रदूषक स्रोतों के क्षेत्र, कारण, वातावरण पर प्रभाव और उसके निदान को किए जाने वाले उपाय की रिपोर्ट ताज ट्रेपेजियम जोन अथारिटी के चेयरमैन कमिश्नर अनिल कुमार, डीएम प्रभु एन. सिंह को भेजी है।
सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि शहर में वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार स्रोतों को चिह्नित किया गया है। इसकी रिपोर्ट कार्रवाई के लिए टीटीजेड अथारिटी के चेयरमैन को भेजी गई है। आगरा में अवैध रूप से हो रहा कचरे का निस्तारण और जाम वायु प्रदूषण के मुख्य कारणों में शामिल हैं।
समस्या 1
यातायात जाम
क्षेत्र
लोहामंडी चौराहा, बोदला चौराहा, रुई की मंडी, अग्रसेन चौराहा निकट होटल हावर्ड प्लाजा, सुल्तानगंज की पुलिया, रामबाग फ्लाइओवर के नीचे, यमुना किनारा रोड, हरीपर्वत चौराहा
वातावरण पर प्रभाव
वायु प्रदूषण तथा श्वसनीय व सूक्ष्म निलंबित कणों की मात्रा में वृद्धि, वाहनों के इंजन से उत्सर्जित धुआं व गैसों में वृद्धि।
उपाय
मार्गों का चौड़ीकरण, अवरोधों को हटाना, ट्रैफिक व्यवस्था के सुगम संचालन को योजना, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था, वाहनों की सर्विसिंग तथा पीयूसी प्रमाण-पत्र अनिवार्यता, बैटरी वाहनों को प्रोत्साहन, सार्वजनिक वाहनों को प्रोत्साहन।
समस्या 2
क्षतिग्रस्त सड़क और सड़क किनारे जमा मिट्टी या निर्माण सामग्री
क्षेत्र
आवास विकास कालोनी, शास्त्रीपुरम आवासीय एवं औद्योगिक क्षेत्र, अवधपुरी, बोदला-बिचपुरी रोड, नेशनल हाईवे-19 पर मधु रिजोर्ट के नजदीक फ्लाइओवर, ईंट की मंडी से पश्चिमपुरी रोड।
वातावरण पर प्रभाव
धूल-मिट्टी का उत्सर्जन, वातावरण में श्वसनीय निलंबित कणाें की वृद्धि, दृश्यता में कमी।
उपाय
क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, धूल-मिट्टी एवं निर्माण सामग्री को हटाना, मैकेनिकल स्वीपिंग एवं वैक्यूमिंग, पानी का छिड़काव, सीपीसीबी की डस्ट मिटिगेशन और कंस्ट्रक्शन मैटेरियल की हैंडलिंग से संबंधित गाइडलाइन का पालन।
समस्या 3
सड़क किनारे निर्माण गतिविधि, अवरोध
क्षेत्र
फतेहाबाद रोड निकट तोरा ग्राम, अवधपुरी, रेलवे पुल पचकुइयां रोड, नामनेर रोड निकट एसआर अस्पताल, बोदला।
वातावरण पर प्रभाव
धूल-मिट्टी निर्माण सामग्री का वातावरण में उत्सर्जन, वायु प्रदूषण तथा श्वसनीय व सूक्ष्म निलंबित कणों की मात्रा में वृद्धि, वाहनों के इंजन से उत्सर्जित धुआं व गैसों में वृद्धि, दृश्यता में कमी, पेड़-पौधों एवं वनस्पतियों पर दुष्प्रभाव।
उपाय
धूल-मिट्टी एवं निर्माण सामग्री को हटाना, धूल उत्सर्जन रोकथाम को बैरियर या स्क्रीन लगाना, मैकेनिकल स्वीपिंग एवं वैक्यूमिंग, पानी का छिड़काव, अवरोधों को हटाना, ट्रैफिक व्यवस्था का सुगमता से संचालन, कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स का पालन।
समस्या 4
कचरे का अवैध निस्तारण व कचरा जलाना
क्षेत्र
मारुति एस्टेट रोड, अवधपुरी, वासन फैैक्ट्री के सामने बोदला, बोदला-बिचपुरी रोड, शास्त्रीपुरम आवासीय एवं औद्योगिक क्षेत्र।
वातावरण पर प्रभाव
कचरा सड़ने से दुर्गंध उठती है। वातावरण में फैलकर गंदगी एवं दुर्गंध फैलाना। कचरा जलने से वायु प्रदूषण की वृद्धि, श्वसनीय निलंबित कणों की मात्रा बढ़ना। हानिकारक गैसों का उत्सर्जन।
उपाय
कचरा एकत्र करने की उचित व्यवस्था एवं उसे रिसाइकिल किया जाना। कचरे का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण। अवैध रूप से कचरा निस्तारण करने या जलाने पर रोक लगाना। म्यूनिसिपल सोलिड वेस्ट हैंडलिंग रूल्स, 2016 का अनुपालन।