विवि की अलमारी में बंद पुलवामा शहीदों के लिए जुटाया फंड
शिक्षक और कर्मचारियों के वेतन से जमा हुए थे आठ लाख रुपये विवि प्रशासन ने छह महीने बाद भी नहीं भेजा चेक
आगरा,जागरण संवाददाता। आंबेडकर विवि में पुलवामा शहीदों के लिए जुटाया आठ लाख रुपये का फंड अलमारी में बंद है। यह फंड विवि के अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों से एकत्रित किया गया था। छह महीने बाद भी फंड शहीदों के परिजनों तक नहीं पहुंचाया गया है।
14 फरवरी 2019 को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे। इन शहीदों के परिजनों के लिए विवि के अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों का फरवरी महीने का एक दिन का वेतन काटा गया था। इस तरह आठ लाख रुपये का फंड जुटाया गया था, इसे पुलवामा शहीदों के परिजनों तक पहुंचाना था। मगर, विवि प्रशासन ने फंड को शहीदों के परिजनों तक नहीं पहुंचाया है।
ब्लैंक चेक पर आठ लाख की धनराशि देख खुला मामला
पुलवामा शहीदों के लिए जुटाया फंड कहां गया, इस बारे में किसी को पता नहीं था। शनिवार को कर्मचारियों की नजर ब्लैंक चेक पर पड़ी, इस चेक पर आठ लाख रुपये लिखे हुए थे। चेक किसके लिए तैयार किया है, इसकी छानबीन में कर्मचारी जुट गए। कई घंटे छानबीन के बाद पता चला कि यह पुलवामा शहीदों के लिए जुटाया गया फंड है।
शहीदों को मदद भेजने के लिए कई माध्यम
पुलवामा शहीदों के परिजनों को फंड भेजने के लिए आर्मी वेलफेयर फंड, नेशनल डिफेंस फंड फॉर वेलफेयर आर्म्ड फोर्स सहित कई माध्यम से फंड भेजा जा सकता था। सरकारी विभागों के साथ ही निजी कंपनियों ने बड़े स्तर पर यह फंड भेजा गया।
इसे लेकर शिक्षकों की बैठक बुलाई गई है, कुलपति से भी वार्ता की जाएगी। यह बहुत गलत है।
डॉ. शरद चंद्र उपाध्याय, अध्यक्ष आंबेडकर विवि आवासीय शिक्षक संघ यह शर्मनाक है, हो सकता है विवि के अधिकारी शहीदों के लिए जुटाए गए पैसे में भी घोटाला करना चाह रहे हों।
अखिलेश चौधरी, अध्यक्ष शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ, आंबेडकर विवि एक भव्य आयोजन में शहीदों के लिए जुटाया फंड दिया जाना था, एक बड़े अधिकारी को बुलाने के लिए वार्ता चल रही है, जल्द ही यह फंड भेज दिया जाएगा।
डॉ. गिरजा शंकर शर्मा, पीआरओ डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि