Public Distribution System: आगरा में 738 दुकानों से बैरंग हुए राशन कार्ड धारक
Public Distribution System अधिकारियों की लापरवाही से आगरा में गरीबों को नहीं मिल पा रहा राशन। शुक्रवार को 530 दुकानों से 25 हजार कार्ड धारकों को ही मिला अनाज।
आगरा, अंबुज उपाध्याय। गरीबों को राशन के लिए भटकना न पड़े सरकार इसके लिए योजनाएं चला रही है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से कार्ड धारकों के हाथ राशन नहीं आ पा रहा है। लाॅकडाउन से शासन ने महीने में एक की जगह दो बार राशन वितरण की व्यवस्था की है, जिसमें से एक बार नियमित और दूसरी बार निश्शुल्क है। निश्शुल्क वितरण शुक्रवार से शुरू हो गया है। कुल 530 दुकानों से ही 25 हजार कार्ड धारकों को वितरण हो सका, जबकि 738 दुकानों से कार्ड धारक बैरंग हुए।
राशन विक्रेताओं को उपलब्ध होने वाले गेहूूं, चावल, चनाएफसीआइ के गोदामों से उठाकर जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं। इस बार 21 से 30 अगस्त के मध्य वितरण होना है, लेकिन विरतण शुरू होने के बाद भी 50 फीसद आपूर्ति नहीं हो पाई है। शुक्रवार को सुबह छह बजे से कार्ड धारक दुकानों पर पहुंचने शुरू हो गए, लेकिन राशन नहीं होने के कारण 738 दुकानें खुली ही नहीं। इस कारण कार्ड धारकों को बैरंग होना पड़ा।
530 दुकानों से वितरण हुआ है। उठान नहीं हो पाने के कारण ये मुश्किल आई है। विपणन शाखा कोटेदारों को राशन उपलब्ध कराती है। जैसे-जैसे आवंटन होता रहेगा कार्ड धारकों को सूचित कर अगले दिन से वितरण कराया जाएगा।
उमेश चंद्र मिश्रा, जिला आपूर्ति अधिकारी
गेहूं, चावल, चना का होना है वितरण
जिले में कुल 6.94 लाख राशन कार्ड धारक हैं, जबकि लॉकडाउन में 24 हजार नए कार्ड बनाने का विभाग दावा कर रहा है। निश्शुल्क राशन में इस बार तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल प्रति यूनिट पात्र गृस्थी कार्ड धारक एवं अंत्योदय कार्ड धारकों को उपलब्ध कराया जाना है। वहीं प्रति कार्ड एक-एक किलो चना वितरित होना है।
ये है आंकड़ा
- जिले को कुल खाद्यान्न आवंटित 14 हजार मैट्रिक।
- पहले दिन 25 हजार कार्ड धारकों को हुआ वितरण।
- जिले में है कुल 1268 सरकारी राशन दुकान।
- शुक्रवार को 530 दुकानों से हुआ वितरण।
- 738 दुकानों से कार्ड धारक शुक्रवार को हुए बैरंग।