यूपीएसईई में 72 फीसद रही उपस्थिति
पेपर में मैथ-फिजिक्स के लंबे प्रश्नों ने परीक्षार्थियों को थोड़ा उलझाया
जासं, आगरा: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) की उप्र राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) जिले के पांच केंद्रों पर संपन्न हो गई। तीन पालियों में से पहली और तीसरी पाली में सीमित परीक्षार्थी ही पंजीकृत थे, लेकिन दूसरी पाली में 3800 परीक्षार्थियों पंजीकृत थे। परीक्षा में कुल 72 फीसद उपस्थिति रही। पेपर में मैथ-फिजिक्स के लंबे प्रश्नों ने परीक्षार्थियों को थोड़ा उलझाया।
आगरा कॉलेज एफईटी के एकेडमिक हेड अनुज पाराशर ने बताया कि एकेटीयू ने आगरा कॉलेज इंजीनियरिग फैकल्टी, आनंद कॉलेज, वनस्थली महाविद्यालय के साथ आरबीएस टेक्नीकल कैंपस और बिचपुरी स्थित इंजीनियरिग कैंपस को परीक्षा केंद्र बनाया था। आगरा कॉलेज में 1200, जबकि शेष चारों केंद्रों पर 600-600 परीक्षार्थी आवंटित थे। सभी केंद्रों पर करीब 72 फीसद उपस्थित दर्ज की गई।
मैथ-फिजिक्स ने उलझाया
परीक्षार्थियों ने बताया कि मैथ के कुछ प्रश्न उन्हें लंबे लगे। फिजिक्स के कुछ प्रश्नों ने उन्हें उलझाया। केमिस्ट्री सामान्य लगी। परीक्षा के जानकार जय वर्मा ने बताया कि दोपहर 12 से तीन बजे की पाली में बीटेक और बीफॉर्मा के लिए परीक्षा हुई, जिसमें 150 प्रश्न पूछे गए, फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ से 50-50 प्रश्न थे। जिन छात्रों के 110 प्रश्न सही होंगे, उन्हें सरकारी इंजीनियरिग कॉलेज में प्रवेश मिल जाएगा। महज 25 फीसद परीक्षार्थियों की रही उपस्थिति
: उप्र लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी पद के लिए प्रारंभिक परीक्षा 2016 रविवार को जिले में 43 केंद्रों पर हुई। कुल 19691 परीक्षार्थियों में से उपस्थिति महज 25 फीसद दर्ज की गई।
एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि परीक्षा दो पालियों में संपन्न हुई। पहली पाली सुबह साढ़े नौ से दोपहर 11:30 बजे तक व दूसरी
पाली दोपहर ढ़ाई से साढ़े तीन बजे तक चली। 15 सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते रहे। परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति कम रहने का कारण कोरोना संक्रमण और आवेदन पत्र भरने के चार साल बाद परीक्षा होना माना जा रहा है। शारीरिक दूरी का किया सख्ती से पालन
उप्र लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी पद के लिए हुई प्रारंभिक परीक्षा में केंद्रों पर शारीरिक दूरी और कोविड-19 को लेकर सुरक्षा के सभी मानकों का सख्ती से पालन हुआ। थर्मल स्क्रीनिग व सैनिटाइेजशन के साथ मुंह पर मास्क लगाकर ही परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। परीक्षा कक्ष में भी शारीरिक दूरी के हिसाब से बैठने के इंतजाम किए गए थे।