40 महिला पुलिसकर्मियों को Whatsapp Call कर परेशान करने वाला, आ नहीं रहा आगरा पुलिस के हाथ
वाट्सएप काल करके 40 महिला पुलिसकर्मियों को करता था परेशान। दस दिन बाद भी दर्ज नहीं हुआ मुकदमा। रकाबगंज क्षेत्र निवासी एक युवती का मोबाइल दस दिन पहले बिजलीघर के पास गिर गया था। उसके मोबाइल में महिला पुलिसकर्मियों और सहेलियों के नंबर थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। ये तो अमिताभ बच्चन की डॉन फिल्म की तरह का मामला हो गया। डॉन की 11 मुल्कों की पुलिस की तलाश थी और वो हाथ नहीं आ रहा था। इसी तरह आगरा में एक सिरफिरे ने 40 महिला पुलिसकर्मियों का वाट्सएप कॉल कर जीना दूभर कर दिया और आगरा पुलिस अब तक उसे तलाश नहीं पाई है। महिला पुलिसकर्मियों और युवतियों को वाट्सएप काल करके परेशान वाले का पुलिस दस दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा सकी है। पीड़ित युवती के पिता का आरोप है कि तहरीर लेने के दस दिन बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। मगर, उनकी बेटी को बयान के लिए बुला रही है। बेटी की शादी हो चुकी है, वह अपनी ससुराल जा चुकी है।
मामले की शुरुआत कुछ इस तरह हुई। रकाबगंज क्षेत्र निवासी एक युवती का मोबाइल दस दिन पहले बिजलीघर के पास गिर गया था। उसके मोबाइल में महिला पुलिसकर्मियों और सहेलियों के नंबर थे। मोबाइल एक युवक को मिल गया। उसने मोबाइल पर वाट्सएप ग्रुप बनाकर उसमें महिलाओं को जोड़ लिया। ग्रुप में आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने लगा। युवती के पुलिसकर्मी पिता ने इसकी शिकायत अधिकारियों के यहां की थी। वहीं जिस युवती का मोबाइल था, उसकी छह दिसंबर काे शादी थी। वह ससुराल जा चुकी है। युवती के पिता का कहना है कि पुलिस अब उनकी बेटी को बयान दर्ज कराने के लिए कह रही है। मामले में जब मुकदमा ही दर्ज नहीं हुआ तो वह बयान दर्ज कराने क्यों आएगी। उनके द्वारा दी गई तहरीर ही बयान के लिए काफी है।