Jail in Agra: बंदियों की ईमानदारी बनी दोबारा रिहाई का पैमाना, आगरा जिला जेल से 35 और बंदियों को मिला पेरोल
Jail in Agra सात साल तक की सजा पाने वाले बंदियों को 90 दिन की मिली है पेरोल। पिछले साल कोरोना काल में रिहा हुए अधिकांश बंदी अवधि खत्म होने पर लौट आए थे जेल। अब तक 350 बंदियाें को मिल चुकी है 60 दिन की अंतरिम जमानत।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा जिला जेल में निरुद्ध सजायाफ्ता बंदियों को उनकी ईमानदारी का दोबारा फल मिला है।कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए जेलों में बंदियों की संख्या कम करने का सिलसिला जारी है। जिला जेल में सात निरुद्ध सात साल की सजा पाने वाले 35 बंदियाें को 90 दिन की पेरोल पर रिहा किया गया है। इन बंदियों को पिछले वर्ष कोरोना काल में भी पेराेल पर रिहा किया गया था। यह सभी बंदी पेरेाल की अवधि खत्म होने के बाद जेल में दाखिल हो गए थे। इसी आधार पर इन बंदियों को दोबारा पेरोल मिली है। इससे कि वह अपनों के बीच जाकर कुछ समय बिता सकें। इससे बंदी और उनके स्वजन भी खुश हैं।यह बंदी पेरोल खत्म होते ही जेल में दाेबारा दाखिल होने आएंगे।
जिला जेल से अब तक 350 विचाराधीन बंदियों को 60 दिन की अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा चुका है। जबकि 43 सजायाफ्ता बंदियो को 60 दिन की पेरोल पर रिहा किया गया है। महामारी को देखते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय की हाई पावर कमेटी ने जेलों में बंद सात साल की सजा वाले विचाराधीन बंदियों को अंतरिम जमानत व सजायाफ्ता बंदियों की पेरोल पर रिहाई को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके आधार पर जिला जेल प्रशासन ने 405 विचाराधीन एवं 106 सजायाफ्ता बंदियों की सूची तैयार की थी।