CoronaVirus: तीन दिन में 303 लोग होम क्वारंटाइन, दवाई तक की किल्लत
Home Isolation कंटेनमेंट जोन में न निगरानी की जा रही और न ही सैनिटाइजेशन हो रहा। आइवरमेक्टिन भी बाजार में उपलब्ध नहीं है।
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमित होने या इसके लक्षण पाए जाने पर पिछले तीन दिनों में 303 लोगों को होम क्वारंटाइन करना पड़ा। हालात ज्यादा बिगडऩे पर 86 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भी भर्ती कराना पड़ा। इधर कोरोना संक्रमित व्यक्ति के प्राइमरी और सेकेंडरी कांटेक्ट में आए लोगों को आइवरमेक्टिन तक मयस्सर नहीं हो रही है। वहीं ऑक्सीजन की कमी होने से होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
इस सब के बावजूद कंटेनमेंट जोन में प्रशासन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। कोरोना संक्रमित मिलने पर उस क्षेत्र में न तो निगरानी की जा रही है और न ही सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। पिछले दिनों नियमों में बदलाव किया गया था। इसके अनुसार, कंटेनमेंट जोन में होमगार्ड या सिविल डिफेंस से जुड़े लोग निगरानी करेंगे लेकिन ये भी निगरानी को नहीं निकल रहे। होम क्वारंटाइन का नोटिस चस्पा करने के बाद वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लेने कोई नहीं जा रहा। हालात ये हैं कि संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और बाजार में आइवरमेक्टिन टेबलैट उपलब्ध नहीं है। कोविड हॉस्पिटल्स में डयूटी दे रहे स्टाफ को ही ये दवा सुलभ हो रही है।
हमारा क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में है। इसके बावजूद हमारे क्षेत्र में न तो कोई सैनिटाइजेशन करने आया और न ही स्वास्थ्य विभाग की टीम निरीक्षण को आई। पुलिसकर्मी या होमगार्ड भी कभी नहीं आए।
कुलवंत ङ्क्षसह, निवासी, कलवारी
कंटेनमेंट जोन में पुलिसकर्मी तैनात करने की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। निगरानी के लिए अब होमगार्ड या सिविल डिफेंस के लोग लगाए जाते हैं। चेकिंग के माध्यम से मास्क न लगाने वालों के चालान काटे जा रहे हैं।
डॉ. प्रभाकांत अवस्थी, एडीएम सिटी