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आगरा मे नए साल का दस बंदियों ने कुछ इस तरह किया इस्तकबाल, रिहाई पर लिया गलत राह छोड़ने का संकल्प

आगरा जिला जेल में जुर्माने के अभाव में काट रहे थे सजा। सामाजिक संस्था ने 62160 हजार रुपये जुर्माना अदा करके दिलाई रिहाई। जिला जेल में गैंगस्टर अपहरण के प्रयास चोरी आदि मामलों में दस बंदी सजा काट रहे थे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 04:02 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 04:46 PM (IST)
आगरा मे नए साल का दस बंदियों ने कुछ इस तरह किया इस्तकबाल, रिहाई पर लिया गलत राह छोड़ने का संकल्प
आगरा जिला जेल में जुर्माने के अभाव में काट रहे थे सजा।

आगरा, जागरण संवाददाता। जिला जेल में निरुद्ध दस बंदियों के लिए नया साल उनकी रिहाई का सूरज लेकर उगा। जुर्माना अदा न करने के चलते यह बंदी सजा काट रहे थे।सामाजिक संस्था ने इन बंदियों का जुर्माना भरकर उनकी रिहाई का रास्ता साफ किया। नए साल पर रिहा हुए य बंदी काफी खुश थे। नए साल का इस्तकबाल इन बंदियों ने दोबारा गलत रास्ते पर नहीं चलने का संकल्प लेकर किया।

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जिला जेल में गैंगस्टर, अपहरण के प्रयास, चोरी आदि मामलों में दस बंदी सजा काट रहे थे। इनकी सजा की अवधि पूरी हो चुकी िथी। मगर, जुर्माना भरने के अभाव में यह अतिरिक्त सजा काट रहे थे। इन सभी बंदियों को 62 हजार 160 रुपये जुर्माने की रकम भरने के बाद रिहाई का रास्ता साफ होना था। मगर, बंदियों के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते वह अतिरिक्त सजा काटने काे मजबूर थे।

जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा ने बंदियों की रिहाई के लिए सामाजिक संस्था सत्यमेव जयते ट्रस्ट से संपर्क किया। संस्था के अध्यक्ष मुकेश जैन ने इन बंदियों की जुर्माने की रकम अदा करके नए साल पर उनकी रिहाई का रास्ता साफ किया। शुक्रवार को दस बंदियों की रिहाई के अवसर पर जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा, जेलर संजीव सिंह सत्यमेव जयते ट्रस्ट के अध्यक्ष मुकेश जैन एवं पदाधिकारी गौतम सेठ, अनिल जैन, नंद किशोर गोयल मौजूद थे। सभी दस बंदियों ने नए साल अपनी रिहाई को सबक और अवसर की तरह लिया।बंदियो ने दोबारा गलत रास्ते पर नहीं चलने का संकल्प लिया।

यह बंदी हुए रिहा

-जोनी: (जेल में निरुद्ध 12 मई 2018)

-मुन्ना उर्फ हाशिम: (जेल में निरुद्ध 6 जून 2019)

-बेबी: (जेल में निरुद्ध 25 दिसंबर 2017)

-सोनू मल्होत्रा: (जेल में निरुद्ध 5 जनवरी 2019)

-शान मोहम्मद: (जेल मे निरुद्ध 10 सितंबर 2019)

-सुनील सिंह: (जेल में निरुद्ध 5 सितंबर 2016)

-नीरज: (जेल में निरुद्ध 22 नवंबर 2019)

-आदिल: (जेल में निरुद्ध 22 सितंबर 2019)

-संजय: (जेल में निरुद्ध 21 सितंबर 2016)

-आरिफ: (जेल मे निरुद्ध 18 अक्टूबर 2017)

बंदियों को बांटे कंबल

समाजसेवी एवं अधिवक्ता मनोज यादव ने शुक्रवार को अपने पिता की पुण्यतिथि पर जिला जेल के बंदियों को ठंड से बचाव के लिए 100 ऊनी कंबल दान मे दिए। इस अवसर पर जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा, जेलर संजीव सिंह आदि मौजूद रहे। 


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