कोरोना वायरस से अब तक आगरा में 155 की मौत, 13 दिन में ही दर्ज हुई 10 की मौत
गंभीर हालत में भर्ती हो रहे कोरोना संक्रमित। कोविड निमोनिया के गंभीर मरीजों की जान बचाना मुश्किल। प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज रखें अपने आक्सीजन लेवल पर नजर। जरा सी तकलीफ बढ़ने पर पहुंचें हॉस्पिटल।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकडा बढने लगा है। इस महीने 13 दिन में 10 कोरोना संक्रमित की मौत हो चुकी है। कोविड निमोनिया से पीडित मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चार से पांच दिन बाद लक्षण आ रहे हैं, सर्दी, जुकाम, बुखार शरीर में टूटने के बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है। इसके बाद मरीज कोरोना की जांच करा रहे हैं, इसमें कोरोना की पुष्टि होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। यहां खून में आक्सीजन के स्तर की जांच हो रही है, इसमें यह 95 से कम मिल रहा है। ऐसे मरीजों को आक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा है। एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा संजय काला ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद कोविड निमोनिया हो रहा है। 60 साल से अधिक उम्र के मरीजों में कोविड निमोनिया होने पर सांस लेने में परेशानी होने लगती है। मरीज जब तक अस्पताल पहुंच रहे हैं तब तक उनके फेफड़े 50 से 60 फीसद तक डैमेज हो रहे हैं। ऐसे केस में मरीजों को आक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा है, इस तरह के मामलों में मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है।
उधर, इस महीने कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकडा बढने लगा है, पिछले 13 दिन में कोरोना संक्रमित 10 मरीजों की मौत हो चुकी है। अभी तक कोरोना संक्रमित 155 मरीजों की मौत हुई है।
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
डीएम आगरा प्रभु एन सिंह ने शुक्रवार देर रात एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से मृतकों और नए केसों की संख्या बढ़ रही है, उसमें होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को अपने आक्सीजन लेवल पर निगाह रखने की जरूरत है। यदि यह 95 से नीचे जाता है तो तुरंत किसी कोविड हॉस्पिटल में संपर्क करें।