क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस एक जानलेवा वायरस है। यह इंसान को काफी आसानी से संक्रमित कर सकता है। यह एक तरह का RNA वायरस है, जो शरीर में प्रवेश करने के बाद लगातार फैलता है। इसके संक्रमण से सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह मनुष्यों के साथ मवेशियों, सूअरों, मुर्गियों, कुत्तों, बिल्लियों और जंगली जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है।
कैसे फैलता है ये वायरस?
कोरोना का संक्रमण अधिकांश मामलों में खांसी, छींक, संक्रमित चीजों को छूने आदि से फैलता है। यह संक्रमण लार, चुंबन या फिर बर्तन शेयर करने से भी हो सकता है। यह संक्रमण फेफड़ों को संक्रमित करता है, इसलिए खांसते वक्त मुंह से निकले वाली बूंदें सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकती हैं।
क्या हैं इसके लक्षण?
इस वायरस से संक्रमित होने के कई दिनों बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। कोरोना वायरस के मरीज़ों में आम तौर पर ज़ुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं। समय पर इलाज नहीं होने से निमोनिया भी हो सकता है।
N95 मास्क पहनना कितना ज़रूरी है?
सावधानियां ही आपको कोरोना वायरस संक्रमण से बचा सकती हैं। सभी के लिए मास्क पहनना बेहद ज़रूरी है। खास तौर पर दूसरी लहर के दौरान एक्सपर्ट्स डबल मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। N95 मास्क एक अच्छी क्वालिटी का मास्क होता है, इसीलिए इसे कपड़े या सर्जिकल मास्क से बेहतर माना जाता है।
लोगों से कितनी दूरी बरतनी चाहिए?
कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा 6 मीटर है, इसलिए अगर आप किसी से 6 मीटर की दूरी बनाकर मिलते हैं, तो आपको डरने की ज़रूरत नहीं है।
क्या अल्कोहल से मरता है इंफेक्शन?
ऐसी ख़बरें बिल्कुल बेबुनियाद हैं, जिनमें बताया जाता है कि अल्कोहल लेने से कोरोना वायरस ख़त्म हो जाता है। इसका सिर्फ और सिर्फ सेनिटाइज़र के रूप में इस्तेमाल ही फायदेमंद है।
क्या नॉन वेज खाना सुरक्षित है?
कोरोना वायरस नॉन वेज खाने से नहीं फैलता है, बल्कि ऐसी अफवाह फैलाई जा रही है कि नॉन वेज से संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है। हां, इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि मांस अच्छी तरह पका हो। ज़्यादातर इंफेक्शन कच्चा मांस खाने से होता है।
तापमान से क्या हैं इसके संबंध?
यह वायरस सिंगापुर जैसे गर्म देशों में भी फैल रहा है, वहीं इटली और साउथ कोरिया जैसे ठंडे देशों में भी इसका कहर है। हां, सर्दी में यह वायरस ज़्यादा समय तक रह सकता है, लेकिन अगर हम अपनी तरफ से इंफेक्शन को रोकने के सभी तरीके अपनाते हैं, तो हम सुरक्षित रह सकते हैं।
क्या इसकी वैक्सीन या इलाज है?
भारत सहित दुनियाभर में कोरोना वायरस की वैक्सीन आ चुकी है। जहां तक दवा की बात है तो डीआरडीओ की कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) को हाल ही में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी भी मिल गई है।
कोरोना वायरस से कैसे बचें?
- अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन या हैंड वाश से कम से कम 20 सेकंड के लिए धोएं। अगर साबुन ना हो तो सेनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
- छींक या खांसी आने पर अपनी नाक या मुंह को टिशू से ढकें और फिर उसे फौरन डस्टबिन में फेंक दें।
- गंदे हाथों से अपनी नाक, मुंह और आंखों को न छुएं और न ही गंदे हाथों से कुछ खाएं।
- बीमार लोगों से दूरी बनाकर रखें। उनके बर्तन का इस्तेमाल ना करें और उन्हें छुएं भी नहीं। इससे मरीज़ और आप दोनों ही सुरक्षित रहेंगे।
- घर को साफ रखें और बाहर से आने वाली चीज़ों को भी साफ करके ही घर में लाएं।
- सार्वजनिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
स्रोतः डब्ल्यूएचओ, स्वास्थ्य मंत्रालय-केंद्र और राज्य सरकार