विंबलडन 2018 का सबसे बड़ा उलटफेर, क्वार्टर फाइनल में इस खिलाड़ी से हारे फेडरर
एंडरसन ने फेडरर को 2-6, 6-7, 7-5, 6-4, 13-11 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई
नई दिल्ली, जेएनएन। दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दो सेटों की बढ़त के बाद मैच प्वाइंट गंवाकर शीर्ष वरीयता प्राप्त रोजर फेडरर का हारना सभी को चौंका गया। आठवीं वरीयता प्राप्त एंडरसन ने इस स्विस खिलाड़ी को 2-6, 6-7, 7-5, 6-4, 13-11 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
चार घंटे 13 मिनट तक चले टूर्नामेंट के सबसे बड़े उलटफेर वाले मुकाबलों में से एक इस क्वार्टर फाइनल में फेडरर का नौवां विंबलडन खिताब जीतने का सपना आश्चर्यजनक रूप से चकनाचूर हो गया। 2013 में यूक्रेन के सर्गेई स्टाखोवस्की के हाथों दूसरे दौर में उलटफेर का शिकार होने के बाद फेडरर का पहली बार विंबलडन में इतनी जल्दी सफर खत्म हुआ है। विंबलडन में यह सिर्फ दूसरी बार है जब फेडरर को दो सेटों की बढ़त लेने के बावजूद शिकस्त का सामना करना पड़ा।
पिछली बार उन्हें 2011 में क्वार्टर फाइनल में जो-विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ हार मिली थी। 20 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन फेडरर पहले दो सेट जीतने के बाद लगातार पांचवीं बार विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचते हुए नजर आ रहे थे लेकिन, इसके बाद उन्होंने तीसरा सेट गंवाया, जिसके साथ ही उनका विंबलडन में लगातार सेट जीतने का रिकॉर्ड 34 सेटों पर जाकर थम गया और उन्होंने 2005 से 2006 के दौरान लगातार 34 सेट जीतने के अपने रिकॉर्ड की बराबरी की।
पहली बार एंडरसन से हारे फेडरर
कोर्ट वन पर पिछले तीन वर्षो में पहली बार फेडरर ने बेजां गलतियां कीं और एंडरसन के खिलाफ परेशान नजर आए, जिसके चलते उन्होंने मैच गंवा दिया। एंडरसन ने फेडरर के खिलाफ पिछले चार मुकाबलों में से एक में भी जीत हासिल नहीं की थी। पिछले लगातार 85 मुकाबलों से सर्विस बरकरार रखने वाले फेडडर की सर्विस को जब एक बार एंडरसन ने तोड़ा तो उनका आत्मविश्वास बढ़ा।
फेडरर से भी तेज सर्विस करने वाले एंडरसन ने इस मैच में 18 ऐस और 65 विनर्स लगाए, जबकि फेडरर ने 16 ऐस और 61 विनर्स लगाए। 1983 में केविन कुरन के विंबलडन के अंतिम चार में पहुंचने के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले एंडरसन पहले दक्षिण अफ्रीकी हैं।
मैच जीतने के बाद एंडरसन ने कहा कि 2 सेटों में पिछड़ने के बाद मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और अंत तक लड़ने की कोशिश की। विंबलडन में फेडरर को हराना मुझे हमेशा याद रहेगा, खासतौर से इस तरह के नजदीकी मुकाबले में। मैं खुद से कह रहा था कि अपने पर विश्वास रखूं। मैंने कहा था कि आज का दिन मेरा होने वाला है। रोजर के खिलाफ आपको ऐसी मानसिकता की जरूरत होती है। मैं बेहद उत्साहित हूं।