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विंबलडन 2021: दो सेट गंवाने के बाद आखिरी तीन सेट जीतकर डेनिल मेदवेदेव अंतिम-16 में पहुंचे

मेदवेदेव ने 32वीं वरीय क्रोएशिया के मारिन सिलिक के खिलाफ पहले दो सेट हराने के बाद जोरदार वापसी करते हुए अंतिम तीनों सेटों को अपने नाम कर पांच सेटों तक चले मुकाबले को 6-7(7-3) 3-6 6-3 6-3 6-2 जीता।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 04 Jul 2021 08:47 PM (IST)Updated: Sun, 04 Jul 2021 08:47 PM (IST)
विंबलडन 2021: दो सेट गंवाने के बाद आखिरी तीन सेट जीतकर डेनिल मेदवेदेव अंतिम-16 में पहुंचे
आखिरी तीन सेट जीतकर मेदवेदेव अंतिम 16 में पहुंचे (एपी फोटो)

लंदन, एपी। विंबलडन के सेंटर कोर्ट पर रूस के डेनिल मेदवेदेव ने अपने करियर का सबसे शानदार मैच खेला। इस मैच में उन्होंने वह कर दिखाया जिसके लिए वह वर्षो से मेहनत करने में जुटे हुए थे। मेदवेदेव ने 32वीं वरीय क्रोएशिया के मारिन सिलिक के खिलाफ पहले दो सेट हराने के बाद जोरदार वापसी करते हुए अंतिम तीनों सेटों को अपने नाम कर पांच सेटों तक चले मुकाबले को 6-7(7-3), 3-6, 6-3, 6-3, 6-2 जीता। इस तरह मेदवेदेव ने अपने करियर में पहली बार ग्रैंडस्लैम मैच में पहले दो सेट हारने के बाद वापसी करते हुए जीत हासिल की और उन्होंने टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए इस मैच में अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया।

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मैच की शुरुआत में डेनिल मेदवेदेव के पास मारिन सिलिक के शाट का जवाब नहीं था। सिलिक ने शुरुआती सेटों में दमदार सर्विस से मेदवेदेव को कोर्ट में जमने का मौका ही नहीं दिया। पहला सेट टाई ब्रेकर में गया और सिलिक ने 6-3 से बढ़त ले रखी थी। तभी मेदवेदेव ने सर्विस की और सिलिक ने शानदार रिटर्न देने के बाद दूसरे शाट में टेनिस कोर्ट पर बैडमिंटन के अंदाज में स्मैश मारते हुए पहले सेट को 7-6 (7-3) से अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी सिलिक ने अपनी शानदार लय को बरकरार रखा और दो बार सर्विस को जीतते हुए सेट को 6-3 से अपने नाम कर लिया। इस समय ऐसा लग रहा था कि अब मदेवेदेव के लिए वापसी बहुत ही मुश्किल है और उनके पहले विंबलडन खिताब जीत की दौड़ शायद खत्म जो जाएगी। मगर दूसरी तरफ हाल ही में ग्रास कोर्ट पर पहली बार मालोर्का ओपन का खिताब जीतकर विंबलडन में खेलने वाले मेदवेदेव ने जोरदार वापसी की।

मेदवेदेव ने करीब छह फीट लंबे खिलाड़ी सिलिक को कोर्ट के आगे नेट के पास खिलाना शुरू कर दिया जिसका जवाब सिलिक नहीं दे पा रहे थे और उनसे कई बेजा गलतियां भी होने लगी। इसका फायदा मेदवेदेव को मिलने लगा और उन्होंने अंतिम तीन सेटों में सिलिक को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। जिन्हें मेदवेदेव ने 6-3, 6-3, 6-2 से जीता और इतिहास रच दिया। वह पहली बार विंबलडन के चौथे राउंड में पहुंचे हैं। उधर, अन्य मैचों में एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने तीसरे दौर के मुकाबले में अमेरिका के टेलर फ्रीट्स को 6-7 (3-7), 6-4, 6-3, 7-6 (7-4) से हराकर अगले दौर में जगह बनाई। वहीं, विंबलडन प्रतियोगिता में रविवार को आराम दिन होने के कारण कोई भी मुकाबला नहीं खेला गया है। अंतिम-16 मुकाबलों की शुरुआत सोमवार से होगी।


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