US Open 2020: सेमीफाइनल में बै्रडी के सामने होंगी नाओमी ओसाका
US Open 2020 नाओमी ओसाका और जेनिफर ब्रैडी ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करके यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
न्यूयॉर्क, एपी। जापान की नाओमी ओसाका और जेनिफर ब्रैडी ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करके यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
जापान की खिलाड़ी और दो बार की ग्रैंडस्लैम चैंपियन ओसाका ने अपने बेहतरीन खेल के दम पर अमेरिका की विश्व में 93वीं रैंकिंग की शेल्बी रोजर्स को 6-3, 6-4 से हराया। आर्थर ऐस स्टेडियम में मंगलवार की रात को खेले गए इस मैच में ओसाका ने सात ऐस लगाए और उन्होंने बेसलाइन पर भी अच्छा खेल दिखाया। इससे पहले 27 वर्षीय रोजर्स ने ओसाका के खिलाफ पिछले तीनों मैच जीते थे, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपनी गलती से 27 बार अंक गंवाए, जबकि ओसाका ने ऐसा केवल आठ बार किया। दो साल पहले यूएस ओपन जीतने वाली ओसाका सेमीफाइनल में ब्रैडी से भिड़ेंगी।
अमेरिका की 28वीं वरीयता प्राप्त ब्रैडी ने कजाखिस्तान की 23वीं वरीय यूलिया पुतिंतसेवा को 6-3, 6-2 से पराजित किया। ब्रैडी ने बेसलाइन से अपना दबदबा बनाया। उन्होंने पहले सेट में 4-0 और दूसरे सेट में 2-0 की बढ़त बनाई।
जब बेटे की याद में भावुक हुई स्वेताना पिरोंकोवा
न्यूयॉर्क। 'मैंने दो सप्ताह से अपने बेटे को नहीं देखा है और यह काफी मुश्किल है। प्रतिदिन यह मुश्किल होता जा रहा है, लेकिन मैं जानती हूं कि वह मुझे देख रहा है। मैं जानती हूं कि उसे मुझ पर गर्व होगा।' यह कहते हुए बुल्गारिया की महिला टेनिस खिलाड़ी स्वेताना पिरोंकोवा भावुक हो गईं। मास्क ने उनके मुंह को ढंका हुआ था, लेकिन उनकी लड़खड़ाती आवाज बता रही थीं कि भावनाएं उन पर हावी हो रही हैं। आंखें डबडबाने लगी थीं। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा खेलते देख उनके बेटे को गर्व होगा तो यह दूरी सही जा सकती है। पिरोंकोवा का एक बेटा एलेक्जेंडर है।
पिरोंकोवा ने जब तीन साल बाद टेनिस कोर्ट पर लौटने का फैसला किया तो वह इस चुनौती से वाकिफ थीं। उन्होंने कहा कि वह वाकिफ थीं कि वापसी इतनी आसान नहीं होगी, चुनौतियां होंगी, लेकिन उन्होंने काफी सोच-समझकर यह फैसला किया है। पिरोंकोवा ने मंगलवार को यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद उन्होंने ये बातें कहीं। पिरोंकोवा तीन साल बाद टेनिस कोर्ट पर उतरीं। मां बनने के बाद यह पहला मौका था जब बुल्गारिया की यह खिलाड़ी किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में भाग ले रही हैं। यूएस ओपन में उनका अभी तक का सफर किसी परीकथा जैसा है। तीन साल का वक्त कम नहीं होता। इस दौरान उन्होंने शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलावों को देखा लेकिन पिरोंकोवा के इरादे बुलंद हैं।