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टेनिस के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ की अंतहीन बहस, इस तिकड़ी में निर्विवाद श्रेष्ठ का स्पष्ट उत्तर मिलना असंभव

टेनिस के खेल में पिछली सदी में जरूर पीट संप्रास जरूर सर्वश्रेष्ठ कहे जा सकते हैं लेकिन इस सदी तो छोड़िए इस सदी के पहले दो दशकों में तीन ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों हैं जिनमें से सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ को चुनना आसान नहीं है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Sun, 18 Jul 2021 09:36 AM (IST)Updated: Sun, 18 Jul 2021 03:41 PM (IST)
टेनिस के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ की अंतहीन बहस, इस तिकड़ी में निर्विवाद श्रेष्ठ का स्पष्ट उत्तर मिलना असंभव
रोजर फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविक अलग-अलग तरह से सर्वश्रेष्ठ हैं (फोटो एएफपी, पीटीआइ)

तरुण गुप्त। पिछली सदी के संभवत: सबसे महान और नि:संदेह सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी अमेरिका के पीट संप्रास रहे। वर्ष 2002 में अपना अंतिम पेशेवर मैच यूएस ओपन फाइनल जीतकर उन्होंने रिकॉर्ड 14वां ग्रैंडस्लैम अपने नाम किया। तब यह कल्पना ही नहीं की गई कि उनकी इस असाधारण उपलब्धि से कोई मात्र सात वर्षों में ही पार पा जाएगा। आखिर संप्रास से पहले यह कीर्तिमान 33 वर्षों तक ऑस्ट्रेलिया के रॉय इमर्सन के नाम था। उन्होंने सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम का यह मुकाम 1967 में 12 ग्रैंडस्लैम जीतकर हासिल किया, जिससे आगे संप्रास 2000 का विंबलडन जीतकर निकले। इमर्सन के हमवतन विख्यात खिलाड़ी राड लेवर के नाम भी एक अनूठा कीर्तिमान दर्ज है। लेवर ने 1969 में चारों ग्रैंडस्लैम जीते। एक ही वर्ष में चारों स्लैम जीतना तो छोडि़ए, अपने करियर में चारों स्लैम जीतने के लिए किसी खिलाड़ी को 30 वर्ष तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। वर्ष 1999 का फ्रेंच ओपन जीतकर आंद्रे अगासी ने यह उपलब्धि दर्ज की।

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स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने 2009 में फ्रेंच ओपन जीतकर अगासी की बराबरी कर ली और फिर विंबलडन जीतकर सबसे अधिक ग्रैंडस्लैम जीतने के मामले में संप्रास से आगे निकल गए। वर्ष 2010 में राफेल नडाल और वर्ष 2016 में नोवाक जोकोविक ने भी अपने करियर में चारों ग्रैंडस्लैम जीतकर फेडरर की बराबरी कर ली। सर्वाधिक 20 ग्रैंडस्लैम का जो रिकॉर्ड फेडरर ने 2018 में बनाया था, उसकी बराबरी भी स्पेनिश नडाल ने 2020 और सर्बियाई जोकोविक ने पिछले सप्ताह की।

खेलों की दुनिया में कीर्तिमान समय के साथ हमेशा और बेहतर होते जाते हैं। यह मानवता की प्रगति का प्रतीक है। हालांकि जब ऐसी विलक्षण उपलब्धियां महज कुछ समय के अंतराल में एक नहीं, बल्कि तीन-तीन खिलाडि़यों द्वारा प्राप्त कर ली जाती हैं तो प्रशंसकों का अचंभित एवं रोमांचित होना स्वाभाविक है। तुलना करना सच में अवांछित है, लेकिन हम उसका मोह नहीं त्याग पाते। अलग-अलग पीढि़यों की तुलना व्यर्थ है, किंतु यहां तो हम तीन समकालीन खिलाडि़यों पर चर्चा कर रहे हैं। खेल में हमेशा विज्ञान जैसी सटीकता नहीं होती। उसमें कलात्मकता और सौंदर्य का समावेश होता है इसीलिए कोई स्पष्ट उत्तर पाना कठिन माना जाता है।

यदि आंकड़ों को देखें तो जोकोविक सर्वश्रेष्ठ प्रतीत होंगे। वह रिकॉर्ड 329 सप्ताह तक शीर्ष वरीय खिलाड़ी रह चुके हैं। 20 ग्रैंडस्लैम के अलावा वही ओपन युग के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने चारों बड़े खिताब कम से कम दो बार जीते हैं। फेडरर और नडाल से सीधे मुकाबले में भी जोकोविक का पलड़ा ही भारी रहा है। इस साल तीन ग्रैंडस्लैम जीतने के बाद अगर वह ओलिंपिक स्वर्ण और फिर यूएस ओपन जीतने में सफल रहते हैं तो गोल्डन स्लैम की दुर्लभ उपलब्धि हासिल करने वाले इकलौते पुरुष खिलाड़ी बन जाएंगे। टेनिस में यह करिश्मा केवल महिलाओं में स्टेफी ग्राफ ही कर पाई हैं। जो भी हो, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शीर्ष वरीयता पर कायम रहने और सर्वाधिक ग्रैंडस्लैम का उनका रिकार्ड और बेहतर होना तय लगता है।

रोजर फेडरर की बात करें तो वह लगातार 237 सप्ताह तक शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी रहे, जो एक रिकॉर्ड है। साथ ही 103 सिंगल्स एटीपी खिताब जीतकर वह इस तिकड़ी में सिरमौर हैं। अपने सबसे सुनहरे दौर में फेडरर का कोई सानी नहीं था। विंबलडन-2003 से ऑस्ट्रेलियन ओपन-2010 के बीच लगभग छह वर्षों में ही उन्होंने 16 ग्रैंडस्लैम जीते। इस दौरान तीन वर्ष ऐसे रहे जब उन्होंने साल के चार में से तीन ग्रैंडस्लैम अपने नाम किए। वहीं, जोकोविक को 16 ग्रैंडस्लैम जीतने में 11 वर्ष लगे।

अगर एक सरफेस यानी कोर्ट पर किसी खिलाड़ी के निर्विवाद वर्चस्व की बात करें तो उसमें नडाल जैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं। उनके 13 फ्रेंच ओपन खिताब टेनिस छोडि़ए, खेलों की दुनिया में असाधारण उपलब्धि माने जाएंगे। यह टेस्ट क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन के बल्लेबाजी औसत या पेले और ध्यानचंद के अपने-अपने खेलों में किए गए गोल के बराबर ही हैं। जब फेडरर अपने खेल के चरम पर थे और उनका विजयरथ रोक पाना असंभव लगता था तो उन्हें चुनौती देने की क्षमता केवल नडाल ने ही दिखाई। दीर्घकालिक और समग्र सफलता के दृष्टिकोण से नि:संदेह जोकोविक सबसे आगे होंगे। यदि स्वर्णिम दौर की तुलना करें तो फेडरर अप्रतिम दिखेंगे। अगर एक कोर्ट पर बादशाहत की बात आए तो नडाल अव्वल आएंगे।

आंकड़े भले झूठ नहीं बोलते, लेकिन अक्सर संपूर्ण तस्वीर भी नहीं दिखाते हैं। फेडरर के कौशल और कलात्मकता ने दुनिया भर में एक से अधिक पीढ़ियों को सम्मोहित किया है। सटीक सर्व, एक हाथ से लगाया बेजोड़ बैकहैंड, दमदार फोरहैंड, पूर्ण दक्षता से लगाई वाली उन्हें टेनिस का सबसे संपूर्ण खिलाड़ी बनाती हैं। वह परंपरावादियों के सबसे प्रिय रहेंगे। वहीं, शारीरिक एवं मानसिक क्षमता, निरंतरता और दृढ़ता के साथ सर्वश्रेष्ठ सर्विस रिटर्न और खेल में लगातार सुधार जैसे पहलुओं ने नोवाक को लगभग अपराजेय बना दिया।

अगर अतीत के दिग्गजों से तुलना करें तो जान मैकनरो, बोरिस बेकर, पीट संप्रास और रोजर फेडरर को एक श्रेणी के खिलाड़ी तो ब्योन बोर्ग, इवान लेंडल, अगासी और जोकोविक एक अलग श्रेणी के खिलाड़ी नजर आएंगे। जहां तक नडाल की बात है, उन्होंने अपनी खुद की श्रेणी गढ़ी है। उनकी खेल शैली का संभवत: कोई सीधा संदर्भ नहीं दिया जा सकता। बैकहैंड-फोरहैंड दोनों मोर्चो पर हेवी टापस्पिन और अदम्य शारीरिक शक्ति के आधार पर उनकी तुलना संभव ही नहीं लगती।

कुल मिलाकर नैसर्गिक प्रतिभा की बात करें तो यकीनन फेडरर, दृढ़ता के मामले में जोकोविक और अद्वितीयता के पैमाने पर नडाल सर्वश्रेष्ठ कहे जाएंगे। फिर भी इस तिकड़ी में निर्विवाद श्रेष्ठ का स्पष्ट उत्तर मिलना असंभव है। क्या यह कम बड़ा सौभाग्य है कि हमें इन तीनों को एक ही दौर में खेलते देखना का अवसर मिला है। कृपया इसका आनंद लें।


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