विंबडलन2018 : फेडरर की नजर 21वें ग्रैंड स्लैम खिताब पर, नहीं खेलेंगे एंडी मरे
फेडरर की नजरें ग्रास कोर्ट पर अपने खिताब को बचाए रखने और नौैवीं बार विबंलडन की ट्रॉफी उठाने पर हैं।
लंदन, एएफपी। अपने करियर में 20 ग्रैंडस्लैम खिताब जीत चुके स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर सोमवार से शुरू हो रहे विबंलडन ओपन में एक और खिताबी जीत का सपना लेकर उतरेंगे। पिछले साल क्रोएशिया के मारिन सिलिच को मात देकर फेडरर ने खिताब अपने नाम किया था। उनकी नजरें ग्रास कोर्ट पर अपने खिताब को बचाए रखने और नौैवीं बार विबंलडन की ट्रॉफी उठाने पर हैं।
फेडरर का सामना डुसान से : विश्व के नंबर दो खिलाड़ी फेडरर को इस ग्रैंडस्लैम में शीर्ष वरीयता मिली है और वह अपने पहले मुकाबले में डुसान लाजोविक से भिड़ेंगे। फेडरर के लिए यह टूर्नामेंट किसी तरह से आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि उनके समकक्ष तीन दिग्गज खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक, ब्रिटेन के एंडी मरे और स्पेन के राफेल नडाल इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। अगर यह सभी दिग्गज अपने-अपने मुकाबले जीतते हुए आगे बढ़ते हैं संभवत: सेमीफाइनल और फाइनल में एक-दूसरे के सामने हो सकते हैं। फेडरर इस टूर्नामेंट में हालांकि एक खिताबी हार के बाद आ रहे है। उन्हें हाले ओपन में बोर्न कोरिक के हाथों फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, कोरिक उत्साह के साथ ग्रैंडस्लैम में उतरेंगे।
ये भी दिखाएंगे दम : इसके अलावा सिलिच, जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव, ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम, अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो, डेविड गोफिन जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे हैं। इन सभी खिलाडिय़ों में उलटफेर करने का दम है।
खिताब बचाने उतरेंगी मुगुरुजा : महिला सिंगल्स में स्पेन की गर्बाइने मुगुरुजा अपने खिताब को बचाने के लिए जद्दोजहद करेंगी। पहले दौर के मैच में उन्हें ब्रिटेन की नाओमी बॉडी से खेलना है। पहले दौर में सिमोना हालेप के सामने जापान की कुरुमी नारा होंगी। 23 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम कर चुकी अमेरिका की सेरेना विलियम्स भी इस टूर्नामेंट से वापसी कर रही हैं। पिछले साल सितंबर में बेटी के जन्म के बाद से वह दूसरी बार कोई ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट खेल रही हैं। सेरेना फ्रेंच ओपन में चोट की वजह से बाहर हो गईं थीं। सेरेना अगर फॉर्म में लौट आती हैं तो वह किसी भी खिलाड़ी को मात दे सकती हैं और 24 ग्रैंडस्लैम जीत सकती हैं। उनकी हमवतन स्लोने स्टीफंस ने बीते महीनों में अच्छा प्रदर्शन किया है और फ्रेंंच ओपन के फाइनल तक पहुंच चुकी हैं। वह भी खिताब की रेस में बनी हैं। रूस का मारिया शारापोवा, डेनमार्क की कैरोलिना वोज्नियाकी, चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा और पेट्रा क्वितोवा भी खिताब की दौड़ में हैं।
भारतीयों से उम्मीद : अगर भारतीय खिलाडिय़ों की बात की जाए तो रोहन बोपन्ना, विष्णु वर्धन और श्रीराम बालाजी से काफी उम्मीदें हैं जो पुरुष डबल्स में खिताब की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पुरुष सिंगल्स में युंकी भांबरी अपनी किस्मत आजमाएंगे।
मरे ने लिया नाम वापस
कूल्हे की चोट के बाद वापसी करने की सोच रहे ब्रिटेन के एंडी मरे का विंबलडन में वापसी करने का सपना टूट गया है। पूरी तरह से फिट नहीं होने के कारण उन्होंने नाम वापस ले लिया है। मरे ने कहा कि भारी मन से बताते हुए दुख हो रहा है कि मैं विंबलडन से अपना नाम वापस ले रहा हूं। पिछले 10 दिनों से मैं अभ्यास कर रहा था, लेकिन पूरी तरह से फिट नहीं होने के कारण मैं विंबलडन नहीं खेल पाऊंगा।