पेरिस मास्टर्स: खाली और शांत स्टेडियम में राफेल नडाल की 1000वीं जीत
नडाल ने अपने करियर में एक खास उपलब्धि हासिल की। वह 1000 मैच जीतने वाले दुनिया के चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। हाल ही में अपना 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले नडाल ने पेरिस मास्टर्स में पुरुष सिंगल्स के दूसरे दौर का मैच जीतकर यह मुकाम हासिल किया।
पेरिस, एपी। स्पेनिश दिग्गज टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने अपने करियर में एक खास उपलब्धि हासिल की। वह 1000 मैच जीतने वाले दुनिया के चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। हाल ही में अपना 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले नडाल ने पेरिस मास्टर्स में पुरुष सिंगल्स के दूसरे दौर का मैच जीतकर यह मुकाम हासिल किया।
उन्होंने फेलेसियानो लोपोज को 4-6, 7-6, 6-4 से मात देकर जीत हासिल की। कोरोना वायरस की वजह से टूर्नामेंट में दर्शकों के प्रवेश पर रोक लगी हुई है। इस खास मौके पर नडाल ने दर्शकों के हौसले बढ़ाने वाली काफी चीजों को याद किया। नडाल ने कहा, 'यह अनुभव काफी अलग है। खाली कोर्ट पर खेलना और दर्शकों की मौजूदगी में खेलने में बहुत बड़ा फर्क है। 1000 मैच जीतने का मतलब है कि मैं बूढ़ा हो चुका हूं। इसका मतलब है कि मैंने लंबे समय तक अच्छी टेनिस खेली है। इस आंकड़े पर पहुंचने का मतलब है कि मैं काफी वर्षो से अच्छा खेल रहा हूं। यह ऐसी चीज है जो मुझे खुशी देती है। मुझे खुशी है कि मैं इस क्लब का सदस्य बना हूं। दर्शकों के बिना इसकी खुशी का जश्न मनाना थोड़ा मुश्किल अनुभव रहा है।'
नडाल की ऐतिहासिक जीतें -
जीत, बनाम, वर्ष
100, हुगो अर्ममांडो, 2005
200, जुआन मार्टिन डेल पोत्रो, 2007
300, इवो कार्लोविक, 2008
400, टॉमस बर्डिच, 2009
500, इवान डोडिग, 2011
600, डेल पोत्रो, 2013
700, मार्टिन क्लिजान, 2014
800, थोमाज बेलुची, 2016
900, रिचर्ड गैस्केट, 2018
1000, फेलेसियानो लोपोज, 2020
1000 या इससे ज्यादा मैच जीतने वाले खिलाड़ी-
खिलाड़ी, देश, जीत, हार, मैच
जिम्मी कोनर्स, अमेरिका, 1274, 283, 1557
रोजर फेडरर, स्विट्जरलैंड, 1242, 271, 1513,
इवान लेंडल, चेकोस्लोवाकिया, 1068, 242, 1310
राफेल नडाल, स्पेन, 1000, 201, 1201
बोपन्ना-ओलिवर क्वार्टर फाइनल में : भारत के रोहन बोपन्ना और ऑस्टि्रयाई ओलिवर मराच ने दूसरे दौर में यहां फैब्रिस मार्टिन और जीन-जूलियन रोजर की नौंवी वरीयता प्राप्त जोड़ी को हराकर उलटफेर करते हुए पेरिस मास्टर्स के पुरुष डबल्स के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। गैरवरीय बोपन्ना-मराच की जोड़ी ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए अंतिम-16 में बुधवार की रात 3-6, 6-4, 10-8 से जीत हासिल की। पहला सेट गंवाने के बाद बोपन्ना और मराच ने दूसरे सेट को जीतकर प्रतिद्वंद्वी जोड़ी पर दबाव बढ़ा दिया। टाई ब्रेकर में 40 साल के बोपन्ना ने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाया और मराच के साथ मिलकर जीत हासिल की। अब शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में उनका सामना एडुआर्ड रोजर-वेसलिन और जर्गन मेल्जर की आठवीं वरीयता प्राप्त टीम के साथ होगा।