नडाल के बाद अब जोकोविक ने की रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध की आलोचना
राफेल नडाल के बाद विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक ने भी यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण इस साल के विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को खेलने से रोकने के फैसले की आलोचना की है।
मैड्रिड, एपी। रूस और यूक्रेन के बीच रहे तनाव की आंच खेल पर भी पड़ी है। इस साल होने वाले साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन में रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर मैनेजमेंट ने प्रतिबंध लगा दिया है। इंग्लैंड के ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब द्वारा आयोजित इस स्लैम पर इन खिलाड़ियों के खेलने पर पाबंदी लगाई गई है। यह बात कई लोगों को पसंद नहीं आई है और इसमें स्पेन से स्टार राफेल नडाल और सर्बिया के नोवाक जोकोविक भी शामिल हैं।
राफेल नडाल के बाद विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक ने भी यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण इस साल के विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को खेलने से रोकने के फैसले की आलोचना की है।
एटीपी और डब्ल्यूटीए टेनिस टूर ने भी आल इंग्लैंड क्लब के फैसले की आलोचना की है। विंबलडन 27 जून से शुरू हो रहा है। विंबलडन के प्रतिबंध के कारण जिन प्रमुख खिलाड़ियों पर इसका असर पड़ेगा उनमें मौजूदा यूएस ओपन चैंपियन डेनिल मेदवेदेव, आंद्रे रुबलेव और फ्रेंच ओपन उपविजेता अनास्तासिया पावलुचेनकोवा शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी रूस के हैं। इनके अलावा बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका भी विंबलडन में भाग नहीं ले पाएंगी। बेलारूस ने यूक्रेन पर रूसी हमले का समर्थन किया है।
जोकोविक ने इन खिलाड़ियों की स्थिति की तुलना जनवरी में उस स्थिति से की जब वह आस्ट्रेलियन ओपन में भाग नहीं ले पाए थे। कोविड-19 का टीका नहीं लगवाने के कारण तब उन्हें आस्ट्रेलिया से निर्वासित कर दिया गया था।
जोकोविक ने कहा, 'यह अलग मामला है लेकिन इस साल के शुरू में मैं भी इसी तरह की स्थिति से गुजरा था। यह जानकर निराशा होती है कि आप किसी टूर्नामेंट में नहीं खेल पाएंगे। मेरी राय स्पष्ट है और मैं उस पर कायम हूं कि मैं विंबलडन के फैसले का समर्थन नहीं करता। मुझे लगता है कि यह उचित नहीं है, यह सही नहीं है।'