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भारत को नहीं खलेगी लिएंडर पेस की कमी : महेश भूपति

भूपति ने स्पष्ट किया कि भारत को इटली के खिलाफ डेविस कप क्वालीफायर में अनुभवी लिएंडर पेस की कमी नहीं खलेगी।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 10:36 AM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 10:36 AM (IST)
भारत को नहीं खलेगी लिएंडर पेस की कमी : महेश भूपति
भारत को नहीं खलेगी लिएंडर पेस की कमी : महेश भूपति

जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता। कप्तान महेश भूपति ने स्पष्ट किया कि भारत को इटली के खिलाफ डेविस कप क्वालीफायर में अनुभवी लिएंडर पेस की कमी नहीं खलेगी। डेविस कप के इतिहास में 43 जीत के साथ सबसे सफल डबल्स खिलाड़ी पेस को पिछले साल अप्रैल में चीन केखिलाफ भारत की 3-2 से जीत के बाद टीम में नहीं चुना गया।भूपति से पूछा गया कि क्या साउथ क्लब के अनुकूल कोर्ट पर पेस की अनुपस्थिति का भारत को नुकसान होगा तो उन्होंने कहा, 'नहीं। ऐसा नहीं है।' भूपति को खुशी है कि भारत के पास सिंगल्स में दायें हाथ से खेलने वाले रामकुमार रामनाथन और बायें हाथ के खिलाड़ी प्रजनेश गुणेवश्वरन हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में 102वें नंबर के प्रजनेश की मौजूदगी से उनके पास शानदार संयोजन बन गया है। भूपति ने डेविस कप क्वालीफायर के ड्रॉ की पूर्व संध्या पर कहा, 'प्रजनेश की सर्विस दमदार है। वह बायें हाथ से खेलता है। मेरा मानना है कि टीम में इस तरह की विविधता किसी भी कप्तान का सपना होता है।'

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बायें हाथ से खेलने वाले प्रजनेश की मौजूदगी की तुलना भूपति ने क्रिकेट में सलामी जोड़ी के संयोजन से की। उन्होंने कहा, 'क्रिकेट में दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों की सलामी जोड़ी को प्राथमिकता दी जाती है तथा पहले दिन मैं दायें और बायें हाथ से खेलने वाले खिलाडि़यों के साथ उतरने वाला हूं और मेरे लिए यह भी बड़ा बोनस है कि प्रजनेश अब विश्व में शीर्ष-100 में शामिल होने के करीब है इसलिए निश्चित तौर पर वह आत्मविश्वास से भरा होगा।'भूपति ने कहा कि भारत के प्रजनेश, रामनाथन और अस्वस्थ चल रहे युकी भांबरी इस साल के आखिर तक शीर्ष-100 में जगह बना सकते हैं। उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो ये सभी 65 से 70 के बीच की रैंकिंग पर हो सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि युकी स्वस्थ रहता है तो उसमें यहां तक पहुंचने का दम है।'

उन्होंने आगे कहा, 'हमारा मानना है कि इटली को ग्रासकोर्ट पर हराने का यह सर्वश्रेष्ठ मौका है। हार्ड या क्लेकोर्ट उनकी ताकत है। हमें शनिवार को पता चल जाएगा कि हमें यहां खेलने का फायदा मिला या नहीं। अब हमें ग्रास पर खेलने का मौका मिला है तो मुझे लगता है कि अब बहाने की कोई गुंजाइश नहीं है। जब आप अपने से बेहतर खिलाडि़यों को हराने की कोशिश में है तो पांच में से तीन की बजाय दो सेट में करना बेहतर है। बड़ी टीमों के खिलाफ यह प्रारूप भारत के लिए मददगार होगा।'वहीं, इटली के डेविस कप कप्तान कोरार्डो बाराजुत्ती ने कहा कि ग्रासकोर्ट पर खेलना हमारे लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। भारत ने इस कोर्ट पर खेलने का फैसला लिया है क्योंकि वे जानते हैं कि इस कोर्ट पर खेलना हमारे लिए आसान नहीं होता। भारतीय टीम इस कोर्ट पर बहुत खेली है।

क्वितोवा से खेलेंगी अजारेंकासेंट पीटर्सबर्ग : रूसी क्वालीफायर मार्गरिटा गैसपेरियान को 6-4, 6-1 से हराने के बाद अब विक्टोरिया अजारेंका सेंट पीटर्सबर्ग लेडीज ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलियन ओपन की उप विजेता पेत्रा क्वितोवा से खेलेंगी। दो बार की ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन अजारेंका ने मुकाबले में एकतरफा जीत दर्ज की जबकि क्वितोवा को दूसरे दौर में बाई मिला। पूर्व फ्रेंच ओपन चैंपियन येलेना ओस्तापेंको ने क्रिस्टीना म्लादेनोविक को 6-1, 0-6, 6-0 से हराया। अब वह एनास्तासिया पी से खेलेंगी जिसने एलिजे कोर्नेट को 7-5, 7-6 से मात दी।


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