भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय बाद खेला जाएगा मुकाबला, टेनिस कोर्ट पर होगी जंग
दोनों देश 13 साल बाद एक दूसरे के आमने सामने होंगी। इससे पहले मुंबई में साल 2006 में दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलने उतरी थी।
नूर सुल्तान, एजेंसी। भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से क्रिकेट का मुकाबला देखने को नहीं मिला है, लेकिन अब टेनिस के कोर्ट पर दोनों देश भिड़ने को तैयार हैं। दोनों के बीच डेविस कप का मुकाबला शुक्रवार से खेला जाएगा। दोनों देश 13 साल बाद एक दूसरे के आमने सामने होंगी। इससे पहले मुंबई में साल 2006 में दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलने उतरी थी। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 3--2 से हराया था।
टेनिस कोर्ट पर उतरने से पहले ही दोनों के बीच खींचतान शुरू हो चुकी थी, जब खराब सुरक्षा हालातों को लेकर पाकिस्तान की मेजबानी में मुकाबला होने का विरोध हुआ। नाटकीय परिस्थितियों के बाद तटस्थ स्थल पर आयोजित कराने का फैसला किया गया।
स्थल पर अंतिम समय तक अनिश्चितता बनी रही जिससे दोनों टीमों में खिलाड़ियों के चयन को लेकर संदेह रहा। आखिर में अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) ने इस मुकाबले को नूर--सुल्तान में कराने का फैसला किया क्योंकि उसके स्वतंत्र पंचाट ने पाकिस्तान टेनिस महासंघ की समीक्षा की अपील ठुकरा दी।
भारतीय टीम मजबूत: सुमित नागल, रामकुमार रामनाथन और अनुभवी लिएंडर पेस जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की उपस्थिति से भारत के आसानी से जीतने की उम्मीद है। पाकिस्तान के शीर्ष खिलाड़ियों जैसे ऐसाम उल हक कुरैशी और अकील खान के हटने से यह मुकाबला एकतरफा लगता है।
भारतीय खिलाड़ियों में ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट का अनुभव मौजूद है जबकि पाकिस्तानी खिलाड़ी अब भी आईटीएफ फ्यूचर्स स्तर के टूर्नामेंट में छाप छोड़ने में जूझ रहे हैं।
पाकिस्तान के जूनियर खिलाड़ी पेश करेंगे चुनौती
पाकिस्तान के लिए जूनियर खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे। उनसे जीतने की उम्मीद कम है, लेकिन उन्हें सीखने को बहुत मिलेगा। इस मुकाबले की विजेता टीम मार्च में क्रोएशिया में होने वाले 2020 में विश्व ग्रुप क्वालीफायर में जगह बनायेगी।
46 साल के पेस के लिए सबसे ज्यादा युगल जीत का अपना डेविस कप रिकॉर्ड बेहतर करने का मौका होगा जिसमें वह 43 जीत से शीर्ष पर हैं। यह रिकॉर्ड उन्होंने पिछले साल चीन के खिलाफ खेलते हुए हासिल किया था।