कोरोना वायरस महामारी के बावजूद स्टेडियम में बैठकर मैच देखेंगे दर्शक
French Open 2020 में दर्शकों को भी स्टेडियम में आने की अनुमति होगी लेकिन बहुत कम दर्शक ही स्टेडियम में बैठकर मैच देख पाएंगे।
पेरिस, आइएएनएस। कोरोना वायरस महामारी की वजह से तमाम बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दुनिया भर के खेल जहां खचाखच भरे स्टेडियम में आयोजित होते थे, अब खाली स्टेडियमों में हो रहे हैं। यहां तक कि मौजूदा समय में खेले जा रहे ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट यानी यूएस ओपन में दर्शकों को स्टेडियम में बैठकर मैच देखने की अनुमति नहीं है, लेकिन इस ग्रैंड स्लैम के बाद खेलने जाने वाले अगले टेनिस टूर्नामेंट यानी फ्रेंच ओपन में दर्शकों को स्टेडियम में बैठकर मैच देखने की अनुमति होगी।
फ्रांस में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, बावजूद इसके फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में दर्शकों को स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति दिए जाने का फैसला आयोजकों ने किया है, जो कि हैरान करने वाला है। हालांकि, आयोजकों ने इस बात को भी स्पष्ट कर दिया है कि वे इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखेंगे। आयोजकों ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि फ्रेंच ओपन में एक दिन में दर्शकों की अधिकतम संख्या 1500 तक रखी गई है।
आपको बता दें क्ले कोर्ट पर खेले जाने वाले फ्रेंच ओपन का आयोजन मई में होना था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। अब फ्रेंच ओपन 2020 का आयोजन 27 सितम्बर से होना है, जिसका फाइनल 11 अक्टूबर को खेला जाएगा। मौजूदा समय में यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम खेला जा रहा है, लेकिन इंग्लैंड में आयोजित होने वाले विंबलडन को इस साल कैंसिल कर दिया गया है।
आयोजकों ने फ्रेंच ओपन के बारे में जानकारी देते हुए आगे कहा है, "रोला गैरों को तीन मुख्य कोर्ट पर तीन जोन में बांटा जाएगा और दर्शक भी उस हिसाब से विभाजित रहेंगे। तीसरे सबसे बडे कोर्ट पर एक दिन में केवल 1500 दर्शकों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। फ्रेंच टेनिस महासंघ (एफटीएफ) के अध्यक्ष बर्नार्ड जियूडिसेल्ली ने कहा है, "अंतरराष्टीय टेनिस की बहाली के बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा जिसमें दर्शक मौजूद होंगे।"
एफटीएफ ने फ्रेंच ओपन को लेकर आगे कहा कि टूर्नामेंट के क्वालीफाइंग राउंड बिना दर्शकों के ही खेले जाएंगे। संस्था ने ये भी साफ कर दिया है कि स्टेडियम में बैठने वाले सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इस बीच वर्ल्ड नंबर-1 और मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया की महिला टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने फ्रेंच ओपन से नाम वापस ले लिया है। उम्मीद की जा रही है कि कई पुरुष खिलाड़ी भी इससे अपना नाम वापस ले सकते हैं।