फ्रेंच ओपन 2020: राफेल नडाल 13वीं बार फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे
French Open 2020 रोलां गैरां पर 12 बार के चैंपियन नडाल को इटली के 19 साल के जानिक सिनर से शुरू में चुनौती मिली लेकिन इसके बाद उन्हें 7-6 6-4 6-1 से मैच जीतने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई
पेरिस, एपी। रोलां गैरां के बादशाह राफेल नडाल ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करके 13वीं बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां उनका मुकाबला डिएगो श्वार्ट्जमैन से होगा। रोलां गैरां पर 12 बार के चैंपियन नडाल को इटली के 19 साल के जानिक सिनर से शुरू में चुनौती मिली, लेकिन इसके बाद उन्हें 7-6, 6-4, 6-1 से मैच जीतने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। यहां सर्द हवाएं चल रही थी और ऐसे में यह मैच स्थानीय समयानुसार रात लगभग एक बजकर 30 मिनट पर खत्म हुआ।
इससे पहले अर्जेंटीना के 12वें वरीय श्वार्ट्जमैन ने एक अन्य क्वार्टर फाइनल मैच में यूएस ओपन चैंपियन और रोलां गैरां में दो बार के उप विजेता डोमिनिक थिएम को पांच सेट तक चले कड़े मुकाबले में 7-6, 5-7, 6-7, 7-6, 6-2 से हराया था। यह मुकाबला पांच घंटे आठ मिनट तक चला था। फ्रेंच ओपन में इस बार देर रात तक भी मुकाबले हो रहे हैं क्योंकि पहली बार इस क्ले कोर्ट टूर्नामेंट में दूधिया रोशनी का उपयोग किया जा रहा है। यह मैच स्थानीय समयानुसार रात 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुआ था।
श्वार्ट्जमैन ने नडाल के खिलाफ आखिरी मुकाबला जीता था। उन्होंने पिछले महीने रोम में क्ले कोर्ट टूर्नामेंट में इस दिग्गज खिलाड़ी को हराया था। नडाल फ्रेंच ओपन में 13वां खिताब जीतने की कवायद में है। वह 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतकर रोजर फेडरर की बराबरी करने के भी करीब हैं।
नंबर गेम -
- 98वां मैच स्पेनिश खिलाड़ी राफेल नडाल ने फ्रेंच ओपन में जीता है और दो मैचों में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
- 237 घंटे और आठ मिनट अभी तक नडाल अपने करियर में फ्रेंच ओपन में टेनिस कोर्ट पर बिता चुके हैं।
- 27 सेट फ्रेंच ओपन में नडाल ने अपने करियर में गंवाए हैं।
रोलां गैरां के सपने में खोया रहना चाहती हैं पोदोरोस्का
ओपन युग में फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला खिलाड़ी नादिया पोदोरोस्का ने कहा कि वह रोलां गैरां के अपने स्वप्निल प्रदर्शन में खोया रहना चाहती हैं। अर्जेटीना की विश्व में 131वें नंबर की खिलाड़ी पोदोरोस्का ने क्वालीफाइंग के जरिये मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई और अब सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। यही नहीं पोदोरोस्का ने इससे पहले कभी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में मुख्य ड्रॉ का मैच नहीं जीता था, लेकिन तीसरी वरीयता प्राप्त एलिना स्वितोलिना पर 6-2, 6-4 से जीत दर्ज करके उन्होंने इतिहास रच दिया था।
पोदोरोस्का से मैच के बाद पूछा गया कि क्या वह खुद से यह कह रही हैं कि यह सपना नहीं है, तो उन्होंने कहा, 'मैं जागना नहीं चाहती हूं।' ओपन युग 1968 में शुरू हुआ था और पोदोरोस्का उसके बाद किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली केवल तीसरी महिला क्वालीफायर हैं। इससे पहले आखिरी बार 1999 में एलेक्सांद्रा स्टीवेनसन ने विंबलडन में यह कारनामा किया था।
एक अन्य क्वालीफायर मार्टिना ट्रेविसान के पास भी पोदोरोस्का की बराबरी करने का मौका था लेकिन 159 रैंकिंग की यह इतालवी खिलाड़ी पोलैंड की 19 वर्षीय गैर वरीयता प्राप्त इगा स्वियातेक से 3-6, 1-6 से हार गई। ट्रेविसान ने भी इससे पहले कभी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में मुख्य ड्रॉ का मैच नहीं जीता था। ट्रेविसान ने कहा, 'मैं दुखी हूं लेकिन पिछले दो सप्ताह शानदार रहे। मैंने अपनी जिंदगी का महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त किया। फिर एक नया अध्याय शुरू होगा।' अन्य महिला सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल मैच में चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा ने लौरा सीजमंद को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।