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Australian Open 2022: इतिहास रचने की दहलीज पर नडाल और मेदवेदेव, कौन जीतेगा खिताब

अब 2022 के पहले ग्रैंडस्लैम का फाइनल खेलने जा रहे नडाल इतिहास रचने से एक जीत दूर है। उनका सामना यूएस ओपन चैंपियन रूस के डेनिल मेदवेदेव से होगा जो लगातार दूसरा खिताब जीतने की दहलीज पर हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 06:48 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 06:48 PM (IST)
Australian Open 2022: इतिहास रचने की दहलीज पर नडाल और मेदवेदेव, कौन जीतेगा खिताब
स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल (एपी फोटो)

मेलबर्न, एपी। पिछले साल जुलाई में विंबलडन खत्म होने के बाद से टेनिस जगत में एक ही चर्चा है कि 21वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाला पहला पुरुष खिलाड़ी कौन होगा।

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पूरा ध्यान सर्बिया के नोवाक जोकोविक पर रहा और किसी ने स्पेन के राफेल नडाल के बारे में नहीं सोचा। अब 2022 के पहले ग्रैंडस्लैम का फाइनल खेलने जा रहे नडाल इतिहास रचने से एक जीत दूर है। उनका सामना यूएस ओपन चैंपियन रूस के डेनिल मेदवेदेव से होगा जो लगातार दूसरा खिताब जीतने की दहलीज पर है और पहले ग्रैंडस्लैम के बाद लगातार दूसरा जीतना भी अपने आप में एक रिकार्ड है। आस्ट्रेलियन ओपन शुरू होने से एक दिन पहले जोकोविक के निर्वासन और नडाल के लंबे समय तक कोर्ट से दूर रहने से 21वें ग्रैंडस्लैम की होड़ काफी रोमांचक थी। पैर की चोट से जूझने और कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद नडाल को पता नहीं था कि वह आस्ट्रेलियन ओपन खेल भी सकेंगे या नहीं।

स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर और जोकोविक के समान नडाल के नाम 20 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं। कोरोना टीकाकरण के कड़े नियमों का पालन नहीं करने के कारण जोकोविक को आस्ट्रेलिया से निर्वासित कर दिया गया, जबकि फेडरर दाहिने घुटने की सर्जरी के बाद अभी पूरी तरह से फिट नहीं हुए हैं। नडाल ने 2020 फ्रेंच ओपन में अपना 20वां खिताब जीता था। वहीं जोकोविक 2021 में आस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन जीतकर 17वें से 20वें खिताब तक पहुंचे। वह यूएस ओपन फाइनल में मेदवेदेव से हार गए थे। मेदवेदेव 2019 में यूएस ओपन के फाइनल में नडाल से और 2021 आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जोकोविक से हारे। नडाल ने यहां सिर्फ एक बार 2009 में खिताब जीता है। अगर नडाल फाइनल मुकाबले में मेदवेदेव को हरा देते हैं तो वह अपने करियर का 21वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतकर इतिहास रच देंगे।

जोकोविक के फ्रेंच ओपन में खेलने पर संशय

पेरिस, एपी। फ्रांस अपने कोरोना टीकाकरण नियमों को सख्त कर रहा है जिससे नोवाक जोकोविक पर फ्रेंच ओपन से भी बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।

फ्रांस में खेलों के स्थलों में प्रवेश के लिे 15 फरवरी से नियमों में और सख्ती हो जोगी जिसमें जिसने भी कोरोना वायरस का टीकाकरण नहीं करवाया होगा, उसे पिछले चार महीनों, जो मौजूदा छह महीने के विंडो से कम है, में कोरोना पाजिटिव आने का सबूत देना होगा। सरकार की योजना वायरस से निपटने के लिए स्टेडियम, रेस्तरां, बार और अन्य सार्वजनिक स्थानों से उन व्यक्तियों को प्रतिबंधित करने की है जिन्होंने टीकाकरण नहीं कराया हुआ है।

जोकोविक ने टीकाकरण नहीं कराया है और उन्होंने कहा था कि वह दिसंबर के मध्य में कोरोना की चपेट में आए थे। छह महीने की विंडो के मौजूदा नियम में वह 22 मई से शुरू होने वाले फ्रेंच ओपन में खेल सकते हैं। लेकिन अगर तब तक नया (चार महीने का) नियम लागू रहता है तो इसके अनुसार जोकोविक को अनुमति नहीं मिल पाएगी। अगर उन्हें क्ले कोर्ट ग्रैंडस्लैम में खेलना है तो उन्हें या टीकाकरण कराना होगा। शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी जोकोविक पेरिस में गत चैंपियन हैं।


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